हेमंत शर्मा, इंदौर। इंदौर क्राइम ब्रांच ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर करोड़ों की संपत्ती को बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जो फर्जी आधार कार्ड और रजिस्ट्री के आधार पर 2 करोड़ की संपत्ती को बेचा है. आरोपियों के खिलाफ शहर के कई थानों में मामले दर्ज हैं.
दरअसल, इन आऱोपियों ने प्रेमनगर में रहने वाली संगीता दवे का पहले फर्जी तरीके से आधार कार्ड बनाया और फिर नकली रजिस्ट्री के जरिए 2 करोड़ में प्लाट को बेच दिया. पुलिस ने इस गिरोह की पतासाजी के लिए स्पेशल टीम का गठन किया था. दस्तावेजों की जांच के बाद आरोपी गिरफ्त में आए हैं. आरोपियों की पहचान लक्ष्मी ठाकुर, अजय, गजेन्द्र पंवार और भीम सिंह यादव के रुप में हुई है.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस गिरोह में एक महिला और अन्य पुरुष है. जो कि इसी तरह से कई धोखाधड़ी के अपराध को अंजाम दे चुके हैं. आरोपियों के दूसरे मामलो में पूछताछ की जा रही है.