रायपुर. बिलासपुर जिले के महत्वाकांक्षी सिंचाई परियोजना अरपा-भैंसाझार का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है.जल संसाधन विभाग का दावा है कि जून 2018 तक परियोजना के तहत सभी निर्माणकार्य पूरे कर लिये गये हैं.विभाग के सचिव सोनमणि बोरा ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि हाल ही में उन्होनें विभागीय अधिकारियों की मीटिंग लेकर अरपा-भैंसाझार परियोजना में चल रहे कामकाज की समीक्षा की और निर्धारित समयसीमा जून 2019 से एक साल पहले ही इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के निर्देश दिये हैं.
सोनमणि बोरा ने बताया कि परियोजना के तहत हेड वर्क का काम 98 फीसदी पूरा किया जा चुका है और नहर वितरक,नहर लाइनिंग और माइनर का काम तेजी से चल रहा है.उन्होनें बताया कि कलमीटार रेलवे क्रासिंग से नहर गुजारने में जो समस्या 22 महीने से चली आ रही थी, उस समस्या का निदान उन्होनें व्यक्तिगत प्रयास कर पिछले महीने ही सुलझा लिया है.बोरा ने कहा कि उन्होनें अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि आगामी 6 महीने तक दिन-रात काम कराकर इस परियोजना को किसी भी हाल में पूरा करायें,जिससे आगामी खरीफ सीजन में कोटा, बिल्हा और तखतपुर के हजारों किसानों को इस परियोजना से सिंचाई सुविधा मिल सके.
सोनमणि बोरा ने कहा कि इस परियोजना के पूरा हो जाने पर 1 लाख किसानों को इसका सीधा लाभ मिलेगा और बिलासपुर जिले के सिंचाई क्षमता में दस फीसदी बढ़ोतरी हो जायेगी.उन्होनें कहा कि परियोजना के पूरा हो जाने पर प्रदेश की सिंचाई क्षमता में 1.5 फीसदी की बढ़ोतरी हो जायेगी.उन्होनें बताया कि परियोजना के तहत वन विभाग को 100 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया गया है,साथ ही डूब क्षेत्र में आने वाले किसानों को 700 करोड़ रुपये का मुआवजा वितरित किया जा चुका है.इसके अलावा परियोजना से प्रभावित 20 परिवारों के पुनर्वास के लिये 5.5 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है.