अमित शर्मा, श्योपुर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और संविधान पर विवादित बयान देने वाले कांग्रेस विधायक बाबूलाल जंडेल के सुर एफआईआर दर्ज होने के बाद बदल गए हैं। एक दिन पहले संविधान को जलाने की बात कहने वाले विधायक अब संविधान की ही दुहाई दे रहे हैं। विधायक ने एफआईआर दर्ज होने के बाद गुरुवार को सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर मामले में सफाई दी।
कांग्रेस विधायक बाबूलाल जंडेल ने संविधान को जलाने वाले मामले पर सफाई पेश करते हुए सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए कहा कि संविधान मेरे लिए सर्वोपरि है। मैं खुद अंबेडकरवादी हूं। मैं एक छोटा सा किसान हूं। संविधान के कारण ही आज मैं विधायक बना हूं। मैंने संविधान को लेकर जो बयान दिया था, उसे मीडिया में तोड़ मरोड़ कर दिखाया गया है। मैं इसकी निंदा करता हूं।
विधायक ने कहा कि भाजपा की हिटलर वादी मानसिकता के खिलाफ मैं लड़ रहा हूं। इसके कारण मैं भाजपा की साजिश का शिकार हुआ हूं। मैंने संविधान पर एसा कुछ भी नहीं कहा था।
राष्ट्र गौरव अपमान निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज
बता दें कि विवादित बय़ान देने पर कांग्रेस विधायक बाबू लाल जंडेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया गया है। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के निर्देश पर श्योपुर एसपी अनुराग सुजानियां ने विधायक पर एफआईआर दर्ज की। विधायक पर राष्ट्र गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 तहत मामला दर्ज किया गया है। विधायक पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर विवादित बयान देने और संविधान को जलाने के बयान देने पर मामला दर्ज किया गया है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने राज्यपाल मंगुभाई पटेल से विधायक की सदस्यता खत्म करने की मांग की है।
विधायक का है विवादों से पुराना नाता
बता दें कि अक्सर विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहने वाले कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने बुधवार को एक बार फिर से विवादित बयान दिया था। विधायक ने इस बार उन्होंने सीधे-सीधे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को धमकी देते हुए विवादित बयान दिया था। किसानों की समस्या के लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे विधायक ने कहा था कि मेरी शिकायतों पर कार्रवाई नहीं हुई तो संविधान और कानून की किताब को सीएम के सीने पर जलाकर उसकी धूल को उनकी आंखों में फेंक दूंगा। संविधान को विधानसभा में जला दूंगा। जंडेल इससे पहले भी विधानसभा के गेट को तोड़ने, अफसरों को बिजली के खंबे से चिपकाने सहित कई तरह के आपत्तिजनक बयान दे चुके हैं।