हेमंत शर्मा, इंदौर। फिल्म आश्रम- 3 के सेट पर हिंदू संगठनों द्वारा तोड़फोड़ करने पर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। मामले में भाजपा-कांग्रेस की भी एंट्री हो गई है। भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने आश्रम- 3 फिल्म का विरोध करते हुए कहा कि धार्मिक भावनाओं को आहत करेंगे तो इस तरह की घटनाएं होंगी। हम भी इस मामले में कुछ नहीं कर सकते। वहीं कांग्रेस ने हंगामा होने पर प्रदेश सकार को घेरा। कांग्रेस मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने एक तरफ सरकार खुद अनुमति देती है। दूसरी तरफ उनके साथ मारपीट करती है। ये नहीं होना चाहिए।
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि जैसी घटना थी, वैसा ही विरोध हुआ है। आम नागरिक ने किया विरोध किया है। इसमें हम कुछ नहीं कर सकते है। शर्मा ने प्रकाश झा और डायरेक्टरों को नसीहत देते हुए आग्रह किया कि देशभक्ति, संस्कृति, शहीद और पर्यावरण पर पारिवारिक फिल्म बनाएं। धार्मिक भावनाओं को आहत करके फिल्म ना बनाएं। धार्मिक भावनाओं को आहत करेंगे तो भावनाएं भड़केंगी , हिंदू भड़केगा और उसमें रामेश्वर शर्मा कुछ नहीं कर पाएगा।
शर्मा ने कहा कि मंदिर और आश्रम, शिवालयों को टारगेट न करें। चर्च और मस्जिद भी नाम दे कर बताओ। फिल्म बनाना है तो नियम कायदे और संस्कृति सभ्यता की रक्षा कर कर बनाओ।़
दिग्विजय सिंह हिंदुओं के खिलाफ
भाजपा नेता ने इस दौरान दिग्विजय सिंह पर भी निशाना साधा। शर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह हिंदुओं के खिलाफ है।दिग्विजय सिंह पाकिस्तान के समर्थन में आएंगे। आतंकवाद के समर्थन में आएंगे। दिग्विजय सिंह उनके समर्थन में आएंगे जो हिंदुस्तान के खिलाफ है। कुछ महीने और रुक जाओ हिंदुस्तान के हिंदू ने चाहा तो 1 दिन कांग्रेस खड़ी तो क्या नाम भी कोई नहीं लेगा। फिल्म प्रतिबंधित करने पर बोले- जब फ़िल्म बनेगी नहीं तो कहां से प्रतिबंधित होगी
घटना से मध्य प्रदेश की छवि खराब हुई
कांग्रेस मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने फिल्म विवाद पर शिवराज सरकार पर निशाना साधा। सलूजा ने कहा कि एक तरफ सरकार खुद अनुमति देती है दूसरी तरफ मारपीट करती है। सरकार को कंटेंट देखकर अनुमति देनी चाहिए। किरदार, फ़िल्म नाम से आपत्ति है तो विरोध करने के कई तरीके हैं। भोपाल की घटना से भोपाल कलंकित हुआ है। घटना की निंदा की जा रही है। एक तरफ सरकार आमंत्रण दे रही है फ़िल्म मेकिंग का। दूसरी तरफ गुंडागर्दी कर रही है। इससे मध्य प्रदेश की छवि खराब हो रही है। बीजेपी के मंत्रियों में एक राय नहीं है। नरोत्तम मिश्रा का अलग बयान है। भूपेंद्र सिंह का अलग बयान है। पहले एक मत करें फिर मुख्यमंत्री से राय ले सरकार क्या चाहती है। इस घटना पर सरकार का क्या रुख स्पष्ट करें।