मनोज उपाध्याय, मुरैना। खबर जिले के अंबाह थाने के खानपुरा गांव से आई है।अंबाह थाना पुलिस पर रिश्वत लेने का आरोप लगा है। यहां अपने साथ हुई मारपीट की शिकायत करने पहुंचे पीड़ि को अंबाह थाना पुलिस ने उसकी मदद करने की जगह एफआईआर दर्ज कराने के नाम पर 20 हजार रुपए की डिमांड रखी। नहीं देने पर उसे हवालात में बंद कर दिया। पीड़ित ने जब 5 हजार रुपए दिए, तब जाकर देर रात उसे हावालत से बाहर निकाला। पीड़ित के आरोप के बाद खाकी वर्दी पर एक बार फिर से दाग लग गया है। वहीं आरोप लगने के बाद कोई भी अधिकारी बोलने से बच रहे हैं। बस जांच करने का हवाला दे रहे हैं।
दरअसल अंबाह थाने के खानपुरा गांव के केशव लाल को पैसों के लेन-देन और बंटवारे काे लेकर भाई से विवाद चल रहा है। विवाद को लेकर रविवार को दोनों के बीच झगड़ा हो गया। इसके बाद केशव के बड़े भाई, भाभी और भतीजे ने लाठियों से उसे जानवराें की तरह पीटा। इस पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ है।
पीड़ित का कहना है कि वह शिकायत लेकर थाने पहुंचा तो उसकी शिकायत सुनने के बजाय उसे हवालात में बंद करके बुरी तरह पीटा गया। इसके बाद एफआईआर करने के लिए 20 हजार रुपए की डिमांड की गई।
20 हजार देने से मना करने पर पुलिसकर्मियों ने उसे थाने से घर जाने के बदले 5 हजार रुपए मांगे। बकौल केशव लाल मैंने अपने एक परिचित को बुलाया, जिससे 5 हजार रुपए लेकर सवा 9 बजे पहुंचा। इसके बाद पीड़ित को पुलिसकर्मियों ने छोड़ा। पीड़ित ने कहा कि मुझसे पैसे टीआई के नाम से लिए गए थे। टीआई साहब के पास यह पैसे पहुंचे हैं या नहीं? यह मुझे नहीं पता। हालांकि मेरी मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों ने मुझसे टीआई के नाम से 5 हजार रुपए लिए थे।
मामले की जांच की जा रही हैः नगर पुलिस अधिक्षक
मामले में नगर पुलिस अधिक्षक अतुल सिंह ने कहा कि दो भाइयों के बीच का मामला है। दोनों झगड़ा करने के बाद थाने में आए थे। उस समय रात के 9 बज रहे थे। नगर पुलिस अधिक्षक रुपए लेने के सवाल पर कहा कि ये आरोप सरासर गलत है। इसकी जांच की जा रही है। उस समय अधिकारी सब चले गए थे। बाद में क्या घटाक्रम हुआ है। इसकी जानकारी नहीं है। मामले की जांच की जा रही है।