बलौदाबाजार। जिले के ग्रामीणों में विकासकार्य को लेकर अधिकारियों पर बेहद ही नाराजगी है. ग्रामीणों का आरोप है कि जनपद के अधिकारी और सरपंच सचिव पर 45 लाख रूपए की मिलीभगत की है. जिसको लेकर ग्रामीणों ने कलेक्टर तक को आवेदन दिया है. लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

पूरा मामला भाटापारा जनपद पंचायत के ग्राम केशला का है जहाँ के ग्रामीणों का आक्रोश चरम पर है. विकासकार्यों के नाम पर यहाँ पर 45लाख रू से अधिक की राशि का आहरण किया गया है और कार्य कुछ भी नही हुआ है. ग्राम के उपसरपंच ने 78 विकासकार्यो के नाम पर निकाली गई राशि का विवरण प्रस्तुत कर जनपद से लेकर जिलापंचायत व कलेक्टर तक को जाँच के लिए आवेदन दिया. पर जाँच नहीं हो रही है और इसका परिणाम सरपंच पति व सचिव की दबंगई बढ़ती जा रही है.

बगैर पंचायत प्रस्ताव व बैठक बुलाये राशि का आहरण किया जा रहा है जिसको लेकर कुछ माह पूर्व सरपंच के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव भी लाया गया था. अधिकारियों की चुप्पी व सरपंच की दबंगई के वजह से मतदान नहीं हुआ और वह ध्वस्त हो गया. उपसरपंच सहित महिला पंच ने बताया कि एक ही कार्य का दो बार भुगतान हुआ है. आंगनबाड़ी रिपेयरिंग के नाम पर पैसा निकाला गया. पर आज आँगनवाड़ी जीर्णशीर्ण है कुछ कार्य नहीं हुआ.

नाली निर्माण सामुदायिक भवन निर्माण नल लगाने पानी टंकी लगाने जैसे अनेक कार्य के नाम पर पैसा निकाला गया पर कार्य कुछ भी नहीं हुआ है. जब उपसरपंच से शिकायत के बारे में पुछा गया तो उन्होंने बताया कि जनपद से लेकर कलेक्टर तक आवेदन दिया है. कोई जांच नही हो रही है.

वहीं इस संबंध मे जब जिलापंचायत सीईओ डॉ. फरिहा आलम सिद्धिकी से उनका पक्ष जानने के लिए उनसे संपर्क किया गया, तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया. और मामले की जाँच की बात कहते हुए मामले को टाल दिया.