लखनऊ. दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिख बुलंदशहर में 12 साल की बच्ची के साथ हुए बलात्कार के मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में 15 अक्टूबर को यह घटना हुई थी, जिसके बाद पीड़िता को पास के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था और यूपी के अहमदगढ़ पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
जानकारी के अनुसार, जब बच्ची के माता-पिता खेत में काम करने गए थे और लड़की अपनी दो बहनों के साथ अपने घर के बाहर खेल रही थी. उसी वक्त दिन में करीब 12 बजे एक 45 वर्षीय पड़ोसी आया और बच्ची को घर के अंदर ले गया और दुष्कर्म किया. इसके बाद उसने बच्ची पर चाकू से हमला किया और उसका गला घोंटने की भी कोशिश की फिर मौके से फरार हो गया. फिलहाल बच्ची दिल्ली के एक बड़े अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत अभी भी गंभीर है. डॉक्टरों ने महिला आयोग की अध्यक्षा मालीवाल को ये भी सूचित किया कि पीड़ित बच्ची के शरीर पर कई गंभीर चोटें हैं. मस्तिष्क में चोट के कारण न्यूरोलॉजिकल समस्या भी हो गई है.
डीसीडब्ल्यू प्रमुख ने यूपी के सीएम को पत्र लिख मामले की ओर उनका ध्यान आकर्षित किया. उन्होंने इस बात पर गहरा आश्चर्य व्यक्त किया कि अपराध की क्रूरता के बावजूद, यूपी पुलिस एफआईआर में बलात्कार की धाराओं को जोड़ने में विफल रही. अपने पत्र में उन्होंने यूपी के सीएम को सूचित किया है कि आयोग पीड़िता और उसके परिवार की हर संभव तरीके से सहायता करने की कोशिश कर रहा है और उनकी तत्काल चिकित्सा और कानूनी जरूरतों को भी देख रहा है.
डीसीडब्ल्यू प्रमुख ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से पीड़ित बच्ची के गरीब परिवार से होने पर ये भी अनुरोध किया कि तत्काल पर्याप्त मुआवजा प्रदान करें और साथ ही एक उचित पुनर्वास योजना तैयार करें ताकि बच्ची का भविष्य सुरक्षित किया जा सके. उन्होंने यह भी मांग की है कि मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में की जाए, ताकि आरोपी को जल्द से जल्द कड़ी सजा दी जा सके. इस दौरान डीसीडब्ल्यू प्रमुख ने कहा, लड़की से मिलने के बाद से मैं बेहद व्यथित हूं. डॉक्टरों ने मुझे सूचित किया है कि वह बहुत गंभीर स्थिति में है. आखिर कब तक हमारी लड़कियों को इस तरह से प्रताड़ित किया जाएगा?