भोपाल। राष्ट्रीय एकता दिवस का स्वरूप लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल को जाता है. आजादी से पहले अंग्रेज भारत को डिवाइड एण्ड रूल की नीति पर चलाते रहे. सरदार वल्लभ भाई ने चाणक्य ने जो कहा था वह देश के लिए करके दिखा दिया. देश को एक करने का काम सरदार वल्लभभाई ने किया. यह बात मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में कही.

राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अंग्रेजों के खिलाफ जंग छेड़ना हो, कांग्रेस की तत्कालीन सरकार को मजबूत करना हो, महात्मा गांधी के आंदोलन को तेज करना हो सब सरदार वल्लभभाई पटेल ने किया. सरकार ने गांव-गांव से लोहा इकठ्ठा कर गुजरात के केवडिया में सरदार वल्लभ भाई की प्रतिमा बनाई, सिर्फ प्रतिमा नहीं प्रेरणा स्थल, ऊर्जा स्थल एकता स्थल प्रधानमंत्री ने बनाया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी आतंकवाद से जवान जूझ रहे हैं. सतना के शहीद जवान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जवान लड़ते लड़ते शहीद हो गए, लड़ाई अभी लंबी है. लड़ाई अभी लड़नी है, आतंकवाद के खिलाफ, देश के बांटने वालों के खिलाफ. उन्होंने कहा कि आज दुनिया को बचाने का काम, वैक्सीन बनाने का काम, वैक्सीन बांटने का काम हमने किया. आज दूसरे देश हमसे वैक्सीन मांग रहे हैं, आत्मनिर्भर भारत बन रहा है. हम आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप पर चल रहे हैं.

इस अवसर पर शिवराज सिंह ने सरकारी कर्मचारी-अधिकारियों के साथ पुलिस प्रशासन को नसीहत देते हुए कहा कि सच्चाई के साथ चलना है, ईमानदारी से काम करना है. उन्होंने 1 नवम्बर को प्रदेश स्थापना दिवस ‘आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश’ थीम पर मनाए जाने की बात कही. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई. इस अवसर पर शिवराज सिंह ने सरदार वल्लभ भाई पटेल पर लिखी किताब का विमोचन किया. कार्यक्रम में डीजीपी विवेक जौहरी, मुख्य सचिव इकबाल सिंह वेस, एसीएस होम राजेश राजौरा, एसीएस जेएडी विनोद कुमार मौजूद रहे.