यादवेन्द्र सिंह/शब्बीर अहमद, खरगोन/भोपाल। दीपावली से पहले आज फिर एक अन्नदाता ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में कर्ज से परेशान किसान अशोक गुर्जर ने सलफास की गोली खाकर आत्महत्या कर ली।किसान सनावद थाना छेत्र के मलगांव क़ा रहने वाला था। किसान पर 5 लाख रुपए का कर्ज था। किसान ने कर्ज लेकर पांच एकड़ जमीन में खेती कर रहा था। 

मृतक के भाई लखन भायड़िया ने बताया मृतक अशोक गुर्जर पर बैक ऑफ इंडिया (bank of india) शाखा बांगरदा जिला खंडवा में 5 लाख का कर्ज था। जमीन भी खंडवा जिले के गांव छोटा बेड़ा में है। ऋण जमा नहीं होने से बैंक के अधिकारी बार-बार नोटिस भेज रहे थे। इसी सम्बन्ध में अशोक ने परिजनों के साथ ही  गांव के लोगो से बैंक का कर्ज भरने के लिए उधार रुपये मांग रहा था। कुछ व्यवस्था जमाने का आश्वासन दिया। मगर अशोक जल्दी कर गया और उसने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली।

किसान का बेटा-बेटी इंदौर पर पढ़ रहे 

किसान का एक लड़का और एक लड़की है जो इंदौर में पढ़ रही है। खरगोन एसपी सिद्धार्थ चौधरी ने बताया कि घटना सनावद के पास मलगांव की है। मृतक किसान का नाम अशोक गुर्जर। है उस पर बैंक का कर्ज था जिस को लेकर वह परेशान था। मर्ग कायम कर पुलिस जांच में जुट गई है।

पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव बोले- किसानों की आय का पता नहीं लेकिन लागत दुगनी जरूर हो गई

किसान की आत्महत्या के बाद प्रदेश की सियासत भी गरमा गई है। खरगोन में किसान की आत्महत्या को लेकर सियासत तेज हो गई है।पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव (Former Agriculture Minister Sachin Yadav) ने सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने कहा कि किसानों की आय दुगनी नहीं हुई लेकिन लागत दुगनी जरूर हो गई है। किसान असहाय है, इसलिए आत्महत्या कर रहे हैं। किसानों को कर्ज से बाहर निकालने के लिए कांग्रेस किसान कर्ज माफी योजना लेकर आई थी। बीजेपी को किसान कर्ज माफी योजना फिर से चालू करना चाहिए।