रायपुर। छत्तीसगढ़ में आदिवासी समाज को लेकर सियासत कुछ इस तरह की हो चली है कि नेताओं की जुबां पर शब्द शायद अब मर्यादा की सीमा भी लांघ रही है. बात हो रही भाजपा नेता देव लाल दुग्गा के बयानों की. छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष देव लाल दुग्गा ने अपने ही समाज के पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरविंद नेताम और भाजपा में कभी साथी रहे पूर्व सांसद सोहन पोटाई पर करारा कटाक्ष किया है.

दुग्गा के बयानों को हू-बू-हू लिखे तो उन्होंने कहा, अरविंद नेताम और सोहन पोटाई कांग्रेस में भाड़े के टट्टू है. नेताम वर्षों तक केन्द्र में रहे, उन्होंने आदिवासियों के हित में एक काम बता दें…जो आदिवासियों के हित में किया हो. और न सोहन पोटाई ने भी कोई काम आदिवासियों के हित में किया है. लेकिन आज दोनों कांग्रेस के लिए एक तरह से किराये पर काम करते हुए आदिवासी समाज को बरगलाने का काम कर रहे हैं.

कुछ अधिकारी जिंदगी भर रहे भ्रष्टाचारी
दुग्गा यहीं नहीं रुके, बल्कि उन्होंने अपने ही समाज से रिटायर्ड हो चुके अधिकारियों पर भ्रष्टाचारी होने का बड़ा आरोप भी लगा दिया. आयोग के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि, जो अधिकारी जिंदगी भर भ्रष्टाचार में डुबे रहें, वो आज आदिवासियों के हितों की बात कर रहे हैं.

बीजेपी का अनुसूचित जनजाति मोर्चा आदिवासी समाज को समझाने जाएगा.  जो भ्रम सर्व आदिवासी समाज के बीच कुछ नेता, रिटायर्ड अधिकारी और कांग्रेसियों की ओर से फैलाए जा रहे हैं उस भ्रम जाल से समाज को मुक्त कराया जाएगा.