जानकारी के मुताबिक भूकंप के केंद्र जमीन के 10 किलोमीटर भीतर था. ये केंद्र गुजरात के द्वारका से 223 किलोमीटर, राजकोट से 328 किलोमीटर और अहमदाबाद से 453 किलोमीटर की दूरी पर था. हालांकि फिलहाल इस भूकंप के चलते किसी भी तरह के जान माल के नुकसान की कोई सूचना सामने नहीं आई है.
गुजरात से पहले सुबह 10 बजकर 19 मिनट पर असम के सोनितपुर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर सोनितपुर में आए भूकंप की तीव्रता 3.7 मापी गई थी. वहीं हिमाचल प्रदेश के शिमला में सुबह 7 बजकर 13 मिनट पर आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.4 मापी गई थी. ये दोनों भूकंप भी गुरुवार को ही आए थे.
भूकंप आमतौर पर तब होता है जब धरती के भीतर कोई चट्टान या पत्थर अचानक टूट जाता है और वहां हलचल हो जाती है. इस दौरान अचानक से ऊर्जा का निकलना भूकंपीय तरंगों का कारण बनता है और इसी के चलते जमीन हिल जाती है.
भूकंप के दौरान और उसके बाद भूमिगत चट्टानें हिलती हैं और ऐसा तब तक होता है जब तक वो कहीं पर फंस न जाएं. जिस जगह पर शुरुआत में चट्टान टूटती हैं उसे भूकंप का फोकस या हायपोसेंटर कहा जाता है. जमीन पर फोकस के ठीक ऊपर के हिस्से को एपिसेंटर कहा जाता है.
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