शब्बीर अहमद, भोपाल। हमीदिया के कमला नेहरू अस्पताल में हुए हादसे के बाद मासूम शिशुओं की मौत की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अस्पताल से फिर दो बच्चों का शव बाहर निकाला गया। रोते बिलखते हुए परिजन अपने जिगर के टुकड़ों का शव साथ ले गए। बच्चे का शव कई जगह से जला हुआ था।
परिजनों ने बताया कि दो दिन तक अस्पताल प्रबंधन उनसे ब्लड मंगवाते रहे और आज बोल दिया कि आपके बच्चे की जान चली गई। अस्पताल प्रबंधन भले ही 4 मौतों का दावा कर रहा है लेकिन हकीकत उससे परे बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक हादसे के बाद से अब तक दर्जन भर बच्चों की मौत हो गई।
इन बच्चों की मौत हुई
- बेबी ऑफ शिवानी
- बेबी ऑफ इरफाना
- बेबी ऑफ शाजमा
- बेबी ऑफ रचना
- बेबी ऑफ अनुराधा
- बेबी ऑफ रचना हिंदू
- बेबी ऑफ रीना कुरावर
- बेबी ऑफ उषा
- राहुल प्रजापति सेंट्रल जेल के पास रहने वाले इनका बेटा
इनके अलावा दो और बच्चे हैं जिनका शव आज ही उनके परिजनों को सौंपा गया।
ऐसे हुआ था हादसा
सोमवार की रात तकरीबन 9 बजे वेंटिलेटर में शॉर्ट सर्किट होने की वजह से उसमें आग लग गई। आग लगने से मौके पर ही चार बच्चों की जलने से मौत हो गई वहीं बड़ी संख्या वहां मौजूद अन्य बच्चे झुलस गए। जिनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। घटना के बाद मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने वहां मौजूद कर्मियों के साथ मिलकर रेस्क्यू किया और आग पर काबू पाया। एसएनसीयू में जानलेवा धुआं भरा था जिसने निकालने के लिए उन लोगों ने खिड़की दरवाजे का कांच तोड़ा।