कुमार इंदर, जबलपुर। एक महीने पहले दवा व्यापारी मृतक सौरभ साहू के आत्महत्या मामले में मृतक का पूरा परिवार आज रांझी थाने के सामने धरने पर बैठ गया। परिवार का आरोप है कि, राजनीतिक दबाव में पुलिस कार्रवाई करने से बच रही है, एक महीना गुजरने के बाद भी पुलिस ने अब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। इसके पीछे राजनीतिक षडयंत्र है इसलिए आरोपी आज खुलेआम घूम रहे हैं।

मृतक का परिवार भी रखता है बीजेपी से ताल्लुक

आपको बता दे कि ये हाल तब है जब मृतक का परिवार खुद बीजेपी से ताल्लुक़ रखता है। मृतक की चाची बीजेपी की पार्षद रह चुकी हैं। परिवार का कहना है क्योंकि आरोपी राजनीति रसूख रखते है लिहाजा पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही है।

पीड़ित परिवार को मनाने पहुंचे विधायक

इस बात की जानकारी जैसे ही बीजेपी को लगी बीजेपी विधायक अशोक रोहाणी ओर बीजेपी नगर अध्यक्ष खुद मौके पर पहुँच पीड़ित परिवार से धरना खत्म करने की गुजारिश करने लगे, उनसे मिन्नतें करने लगे कि, वो किसी तरह ये धरना खत्म कर दे। बीजेपी के नेता ये समझाने की कोशिश करने लगे कि, वो जीद छोड़कर धरना खत्म कर दे।। बीजेपी विधायक का कहना है कि, पूरी पार्टी उनके साथ खड़ी है। वो विश्वास दिलाते है तीन दिन के अंदर कार्रवई जरूर होगी।

पुलिस भी झाड़ रही पल्ला

वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि, यह बात गलत है कि राजनीतिक दबाव में कार्रवाई नहीं हो रही है ।पुलिस का कहना है कि अगर कार्रवाई ना हो ना होती तो पुलिस एफ आई आर दर्ज ही ना करती।

आत्महत्या से पहले मृतक ने बनाया था वीडियो

गौरतलब है कि, सौरभ साहू से भाजपा नेता काके गूमर, डॉक्टर तरनजीत सिंह गुजराल सहित अन्य लोगों ने मारपीट की थी जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था। गौरतलब है कि मृतक सौरभ साहू ने खुद आत्महत्या करने से पहले एक वीडियो भी बनाया था जिसमे उसने साफ साफ प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए इन आरोपियों के नाम का जिक्र किया था। वीडियो में साफ कहा कह रहा था कि, पिछले 2 साल से चारों लोग उसे दुकान खाली करने का दबाव बना रहे थे और जब वह दुकान खाली करने के लिए राजी नहीं हुआ तो उसके साथ मारपीट की गई। बता दे कि, बता दे कि, जिन चार लोगों के नाम मृतक ने लिए है उनमें से एक नाम काके गुमर का भी है, काके गुमर कैंट विधानसभा से बीजेपी विधायक अशोक रोहाणी का करीबी माना जाता है। काके गुमर बीजेपी विधायक अशोक रोहाणी के साथ कई कार्यक्रम में देखा गया है। जिसमे कई कार्यक्रम में वो विधायक के साथ फोटो भी खिंचवाया है। एक तस्वीर में वो रोहाणी के साथ माला पहने भी नजर आ रहा है।

दुकान को लेकर है विवाद

आपको बता दे कि, पूरा विवाद दुकान को लेकर है।दरअसल रांझी थाने के ठीक सामने एक दुकान को लेकर पूरा विवाद चल रहा है, मृतक के परिजनों का कहना है कि, ये दुकान सौरभ की थी जिसपर पर कब्जा करने के लिए इन लोगों द्वारा जवाब बनाया जा रहा था। और दुकान खाली ना करने पर उसके मारपीट की गई।

Live Video Before Death: बीजेपी के पूर्व पार्षद के भतीजे ने आत्महत्या से पहले बनाया वीडियो, वरिष्ठ भाजपा नेता सहित चार लोगों पर परेशान करने का लगाया आरोप