जबलपुर। बिरसा मुंडा की जयंती पर मध्यप्रदेश के दो-दो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय जबलपुर पहुंचे थे. यही नहीं महाकौशल और विंध्य के जिलों के आदिवासी विधायक भी इस सभा मे मौजूद थे. इसके बावजूद सभा में भीड़ नहीं जुट पाई. इसे लेकर अब कांग्रेस बीजेपी पर ठीकरा फोड़ रही है.

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दरअसल, बिरसा मुंडा की जयंती पर एक ओर भोपाल में पीएम मोदी नरेंद्र मोदी आदिवासियों के लिए सौगातों की घोषणा कर लुभाने की कोशिश कर रहे थे, तो वहीं दूसरी ओर जबलपुर में कांग्रेस के दो-दो पूर्व मुख्यमंत्री के आने के बाद भी सभा मे उतनी भीड़ नहीं जुट पाई.

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ये हाल तब का है, जब महाकौशल में दिग्विजय सिंह ने एक दिन पहले ही 14 नवंबर को ही मोर्चा संभाल लिया था. दिग्विजय सिंह ने सभा के एक दिन पहले यानी रविवार को मंडला में भी पार्टी के आदिवासी समाज की बैठक कर अपनी रणनीतियों को धार देने की कोशिश की थी.

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सोमवार को जवाहर लाल कृषि विवि परिसर में कांग्रेस के बिरसा मुंडा जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में नेताओं के कद को देखते हुए भीड़ नहीं जुटा पाई. कार्यक्रम में मंच से नेताओं ने इसका ठीकरा बीजेपी पर फोड़ते हुए कहा कि वहां भीड़ जुटाने के लिए जिले-जिले में बसें लगवा दी गई थी. लोगों को लालच देकर भोपाल बुला लिया गया.

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