शब्बीर अहमद, भोपाल। राजधानी भोपाल के नर्मदा अस्पताल (Narmada Hospital) के डॉक्टरों ने वो सफल ऑपरेशन कर दिखाया, जिसकी उम्मीद बहुत कम रहती है। 6 डॉक्टर्स की टीम ने 9 घंटे सर्जरी के बाद महिला के दोनों हाथों की कटी कलाइयों को जोड़ कर उसे नई जिंदगी दी। विदिशा की रहने वाली एक महिला पर उसके ससुर ने पारिवारिक झगड़े में तलवार से जानलेवा हमला कर दिया था। इस हमले में महिला के दोनों हाथ बुरी तरह से जख्मी हो गए थे। दोनों हाथ की खून की नसें कलाई के पास से कट गईं और हड्डी भी भी टूट गईं थी।

महिला की हालत गंभीर होता देख विदिशा के डॉक्टरों ने महिला को भोपाल रेफर कर दिया था। जिसके बाद महिला को नर्मदा ट्रामा सेंटर लाया गया। अस्पताल में मरीज़ को ट्रामेंटोलोजिस्ट व स्पाइन सर्जन डॉ. राजेश शर्मा एवम क्रिटिकल केअर स्पेशलिस्ट डॉ. रेणु शर्मा के नेतृत्व में प्लास्टिक सर्जन , वस्कुलर सर्जन, एनेस्थेसिया विशेषज्ञ, फिजिशियन, जनरल सर्जन, की टीम ने तुरंत ऑपेरशन थिएटर में लिया और 8 से 9 घण्टे चले ऑपेरशन के बाद महिला के कलाई से लटके हाथ को बचा लिया।साथ ही उसके चेहरे पे आये गम्भीर ज़ख्मो को रिपेयर किया।

नर्मदा ट्रामा सेंटर (Narmada Trauma Center) के डायरेक्टर डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि महिला को बहुत ही गम्भीर अवस्था मे नर्मदा लाया गया। मरीज़ का तुरंत इलाज कर उसे आपरेशन थियेटर में लिया गया। कलाई में रक्त पहुंचने वाली बारीक नसों को बहुत नुकसान पहुंचा था इसलिए प्लास्टिक सर्जन ने हमारे विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम के साथ महिला की सर्जरी की जो कि लगभग 8 से 9 घण्टे तक चली आखिर मे महिला के दोनों हाथ बचाने में सफल रहे।