चंडीगढ़। 17 नवंबर से करतारपुर कॉरिडोर को खोल दिया गया. केंद्र सरकार ने इस कॉरिडोर को प्रकाश पर्व के 2 दिन पहले खोलकर एक बड़ा दांव चल दिया. इधर कांग्रेस खुद को इसका श्रेय देने में लगी है. सीएम चन्नी ने कहा कि वे लगातार इस मांग को पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सामने उठा रहे थे. वहीं बीजेपी इस बात के लिए खुद को क्रेडिट दे रही है. इधर इस क्रेडिट की लड़ाई में अब पाकिस्तान ने भी अपनी नाक घुसेड़ दी है. पाकिस्तान ने अपनी वेबसाइट ‘करतारपुर कॉरिडोर डॉट कॉम’ पर इसे फिर से शुरू कराने का क्रेडिट पाक PM इमरान खान के साथ-साथ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को दिया है.
BIG NEWS: PM मोदी का बड़ा ऐलान, केंद्र सरकार ने वापस लिए तीनों कृषि कानून, किसानों से खेतों में वापस लौटने की अपील
पाकिस्तानी वेबसाइट में लिखा गया कि करतारपुर कॉरिडोर खुलवाने का आइडिया लीजेंड सिख क्रिकेटर नवजोत सिद्धू ने दिया था, जो पाक पीएम इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में आए थे. इसके बाद पाक पीएम और सिद्धू ने करतारपुर कॉरिडोर की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में भी हिस्सा लिया था.
agricultural laws back: कैप्टन अमरिंदर ने PM मोदी के फैसले का किया स्वागत, बोले- ‘भाजपा के साथ काम करने को लेकर तत्पर’
इधर नवजोत सिंह सिद्धू 20 नवंबर को करतारपुर साहिब जाएंगे, क्योंकि उन्हें सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के साथ 18 नवंबर को वहां जाने की इजाजत नहीं मिली थी. पंजाब कांग्रेस इस बात से नाराज है कि CM चन्नी अपने साथ नवजोत सिंह सिद्धू को करतारपुर दर्शन के लिए नहीं ले गए. सीएम अपने परिवार, 3 मंत्रियों और अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ श्री करतारपुर साहिब गए थे. संगठन का मानना है कि सीएम चन्नी को यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते सिद्धू भी पहले दिन उनके साथ करतारपुर जाएं. कांग्रेस संगठन के बीच इस बात को लेकर चर्चा है कि अगर नवजोत सिद्धू पहले दिन श्री करतारपुर साहिब जाते तो सारा फोकस ले जाते. ऐसे में सरकार ने उनकी परमिशन को सुनिश्चित नहीं किया. यही वजह है कि सीएम के साथ सिद्धू के करीबी मंत्री नहीं गए.
सिखों का पवित्र तीर्थ स्थल है करतारपुर साहिब
करतारपुर साहिब सिखों का पवित्र तीर्थ स्थल है. यह सिखों के प्रथम गुरु, गुरुनानक देव जी का निवास स्थान था और यहीं पर उनका निधन भी हुआ था. 1522 में सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक करतारपुर आए थे. उन्होंने अपनी ज़िंदगी के आखिरी 17-18 साल यही गुजारे थे. 22 सितंबर 1539 को इसी गुरुद्वारे में गुरुनानक जी ने आखिरी सांसें ली थीं, इसलिए इस गुरुद्वारे की काफी मान्यता है.
पाकिस्तान के नारोवाल जिले में स्थित है करतारपुर साहिब
करतारपुर साहिब पाकिस्तान के नारोवाल जिले में स्थित है. यह भारत के पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक से 3 से 4 किलोमीटर दूर है और करीब लाहौर से 120 किमी दूर है.
करतारपुर साहिब कॉरिडोर क्या है ?
भारत में पंजाब के डेरा बाबा नानक से अंतर्राष्ट्रीय सीमा तक कॉरिडोर का निर्माण किया गया है और वहीं पाकिस्तान भी सीमा से नारोवाल जिले में गुरुद्वारे तक कॉरिडोर का निर्माण हुआ है. इसी को करतारपुर साहिब कॉरिडोर कहा गया है.
-
दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
-
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
-
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
-
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
-
मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक
-
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक
-
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
-
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें