सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सरकारी समिति कर्मचारी अनिश्चतकालीन हड़ताल पर बैठे आज 13वां दिन है. सरकार के साथ सात दौर की बैठक के बाद भी गतिरोध बरकरार रहने से एक दिसंबर से होने वाली धान खरीदी पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं.
छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सभी बैठकों में हवा-हवाई बातें की जाती हैं. आश्वासन देकर अनिश्चितकालीन हड़ताल ख़त्म कर काम में लौटने की बात कही जाती है. पहले भी आश्वासन के भरोसे हड़ताल तोड़े हैं, लेकिन इस बार जब तक लिखित में आश्वासन नहीं मिलता है, तब तक हम अनिश्चितकालीन हड़ताल से नहीं हटेंगे.
आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे तृतीय वर्ग सरकारी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजय झा ने कहा कि जिस तरह किसानों को राजीव न्याय योजना के माध्यम से धान खरीदी का एक्स्ट्रा राशि दी जाती है, ठीक ऐसे ही इनकी पांच सूत्रीय मांगों को उसी योजना के जरिय पूरी की जा सकती है. कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन हड़ताल का फैसला जायज है, इसलिए आज हम इस आंदोलन को समर्थन देते हैं, जरूरत पड़ी तो सरकार से भी लड़ेंगे.