शब्बीर अहमद, भोपाल। अपनी मांगों को लेकर बिजली कर्मचारी एक बार फिर से हड़ताल पर (Electricity workers will go on strike) जाएंगे। शनिवार को बिजली कर्मचारियों की बैठक हुई। बैठक में एमपी यूनाइटेड फोरम के 52 जिलों के पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में अपनी मांगों को सरकार द्वारा अनदेखा करने पर हड़ताल पर जाने का फैसला लिया।
बैठक में एमपी यूनाइटेड फोरम (MP United Forum) के अधिकारियों ने कहा कि सरकार लगातार बिजली कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा कर रही है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर (Energy Minister Pradyuman Singh Tomar) सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं। हम सरकार को अपनी 18 सूत्रीय मांगों को पूरा करने के लिए एक महीने का समय देते हैं। बावजूद इसके हमारी मांगें नहीं मानी गई तो मांगों को लेकर हड़ताल पर चले जाएंगे।
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बता दें कि बिजली कर्मचारी ने बिजली कंपनियों का निजीकरण, विद्युत संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण, आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का संविलियन, वेतन विसंगति, ग्रह जिला ट्रांसफर नीति चालू करने की मांग कर रहे हैं।
वहीं बिजली कर्मचारियों के आंदोलन पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने कहा कि आंदोलन किसी मुद्दे का हल नहीं है। सरकार हमेशा वार्तालाप करने के लिए तैयार रहती है। वहीं मीटर रीडिंग में आ रही गड़बड़ियों पर अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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