चंडीगढ़। एक बार फिर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मामला पंजाब में केबल टीवी सेवा की नई दरें तय करने का है. दरअसल सोमवार को सीएम चन्नी ने केबल माफिया के खिलाफ जंग का ऐलान करते हुए इसकी दरें प्रतिमाह 100 रुपए तय कर दी थीं. उन्होंने कहा था कि अगर कोई 100 रुपए से ज्यादा का शुल्क लेता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. चन्नी ने इस दौरान बादल परिवार पर भी निशाना साधा और कहा था कि केबल और परिवहन कारोबार पर बादल परिवार का राज चलता है.
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इधर नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर केबल टीवी नेटवर्क फास्टवे के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने को लेकर अपनी ही सरकार पर सवाल उठा दिए. सिद्धू ने कहा कि 5 साल पहले उन्होंने मल्टी सिस्टम ऑपरेटर- फास्टवे के एकाधिकार को खत्म करने, हजार करोड़ रुपये के टैक्स की वसूली, स्थानीय ऑपरेटरों को सशक्त बनाने के लिए और लोगों को सस्ती केबल सेवा देने के लिए नीति सामने रखी थी. फास्टवे के खिलाफ जरूरी कार्रवाई के बिना पंजाब में केबल संकट का समाधान निकालना गलत है. उन्होंने ये भी ट्वीट किया कि “2017 में मैंने फास्टवे से चोरी किए गए राज्य करों की वसूली के लिए उसके द्वारा छिपाए गए कंप्यूटर और डेटा को अपने नियंत्रण में लेकर काम करने के लिए एक नये कानून का प्रस्ताव दिया था. यह केबल ऑपरेटरों को इसके एकाधिकार से आज़ाद कर देता और राज्य के खजाने को भर देता!!”
Take away the cause & effect will seize! In 2017 I proposed a new law to recover stolen state taxes from fastway by taking control over computers & data hidden by fastway monopoly. It would have freed the cable operators from clutches of this monopoly and filled state coffers!!
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) November 25, 2021
सिद्धू ने बादल परिवार के साथ ही कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधा और कहा कि मेरे उस प्रस्ताव को पूर्व मुख्यमंत्री ने रोक दिया, जिससे फास्टवे का एकाधिकार खत्म हो जाता और पंजाब के पास प्रति कनेक्शन राजस्व आता और टीवी केबल की कीमत लोगों के लिए आधी हो जाती.
Fastway has 3-4 times TV connections than data it is sharing with govt. Badals made laws to protect its monopoly… @capt_amarinder stalled my proposed law which would have ended fastway monopoly, got revenue for state per connection & reduced TV cable prices for people to half
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) November 25, 2021
इधर जब मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने केबल टीवी का प्रति माह रेट 100 रुपए तय कर दिया, तब भी सिद्धू ने इस उपाय को नाकाफी बताया है. उन्होंने कहा कि फास्टवे पर जब तक कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तब तक कोई समाधान नहीं निकल सकता और केबल माफिया से निजात नहीं मिल सकती है.
5 yrs ago, I put forward policy to get rid of Multi Systems Operator- Fastway's monopoly, to recover 1000s of crores taxes, empower local operators & give cheap cable to people… without necessary action against fastway, it is erroneous to suggest solution of Punjab’s cable woes
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) November 25, 2021
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