रायपुर। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार गिरावट का रिकार्ड बना रही है. ये किसान विरोधी सरकार है. राज्य में इस सरकार में पाँच सौ किसानों ने आत्महत्या की है. लखीमपुर खीरी में मुख्यमंत्री आंसू बहाते हैं, लेकिन यहां के किसानों की सुध नहीं लेते. यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णदेव साय ने कही.

धान खरीदी के मुद्दे पर विष्णुदेव साय ने मीडिया से चर्चा में कहा कि धान खरीदी को लेकर सरकार गंभीर नहीं है. हमने सरकार को पहले ही चेताया था कि बारदाने की व्यवस्था कर लें, लेकिन सरकार व्यवस्था नहीं कर पाई.  बालोद जिले में एक सोसाइटी में टोकन लेने के लिए पहुंचे किसानों में भगदड़ मच गई. कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं.

उन्होंने कहा कि इस सरकार ने विधानसभा में यह स्वीकार किया था कि बारदाने की व्यवस्था की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती है, इसके बाद भी मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर राज्य के किसानों को दिग्भ्रमित कर रही है.

विष्णुदेव साय ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि प्रधानमंत्री आवास योजना में राज्य का राज्यांश नहीं देने की वजह से आवास नहीं बन सके. ग़रीबों की आह ले रही है सरकार. पोषण आहार बनाने का काम महिला स्व-सहायता समूहों से काम छिनकर कृषि विभाग को दिया जा रहा है. समूहों को मज़बूत करने की जगह सरकार कमजोर कर रही है. सरकार यदि इस फैसले को वापस नहीं लेगी तो आक्रामकता से इसका जवाब दिया जाएगा.