हेमंत शर्मा, इंदौर। कोरोना के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रोन’ (Corona New Variant Omicron) को लेकर पुरी दुनियां में हड़कंप मचा हुआ है। मध्यप्रदेश में भी कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर चेतावनी जारी कर दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) खुद इसपर नजर रख रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग (health Department) ने प्राभावित देशों से आने वाले यात्रियों को क्वारेंटाइन करने का निर्णय लिया गया है। देवी अहिल्या बाई एयरपोर्ट (Devi Ahilya Bai Airport) पर बुधवार रात दुबई से इंदौर आई फ्लाइट में उस समय हंगामा हो गया, जब नियम अनुसार 2% यात्रियों का टेस्ट करने के लिए एयर इंडिया के कर्मचारियों ने यात्रियों से कहा। दोनों ही यात्रियों ने टेस्ट का खर्च देने से मना कर दिया। इसके बाद लगभग 1 घंटे तक इंदौर के देवी अहिल्या बाई एयरपोर्ट पर हंगामा चला।
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दुबई से बुधवार रात 9 बजे फ्लाइट में 93 यात्री सवार थे। सभी यात्रियों को 15 दिन के लिए होम आइसोलेट करने के लिए कहा गया। सभी यात्रियों पर स्वास्थ विभाग अपनी नजर बनाए रखेगा 15 दिन बाद सभी यात्रियों का स्क्रीनिंग किया जाएगा।
दरअसल फ्लाइट के आने से पहले ही स्वास्थ्य विभाग दो डॉक्टर और चार पैरामेडिकल स्टाफ की टीम एयरपोर्ट पर तैनात कर दी थी। ये लोग फ्लाइट से आने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग कर रहे थे। गाइडलाइन के अनुसार उड़ान कंपनी ने जब दो यात्रियों का चयन किया तो उन्हें नियम का हवाला देकर खुद के खर्च पर RTPCR TEST या एपीसीआर जांच कराने के लिए कहां। ये सुनकर यात्री नाराज हो गए। उनका कहना था इतने लोगों में सिर्फ हम दो लोग ही क्यों चयन किया गया है। किस आधार पर हमारा चयन किया है।
जानिए क्या है नई गाइडलाइन
एक घंटे से अधिक समय तक चले विवाद के बाद यात्रियों को प्रति व्यक्ति 3400 रुपए का खर्च देना पड़ा। जांच के बाद दोनों ने यात्री नेगेटिव आए। सूत्रों के मुताबिक कोरोना की नई उड़ान गाइडलाइन में कोरोना जांच का खर्च यात्रियों को देना होगा। जबकि ये खर्च उड़ान कंपनियां देती थी। नई गाइडलाइन के अनुसार आप टेस्ट का पूरा खर्च फ्लाइट की क्षमता के मुताबिक 2% यात्रियों को उठाना पड़ेगा। नई उड़ान गाइडलाइन में इस जांच का कोई यात्री कोई बहन करना है जबकि पहले या खर्च उड़ान कंपनियां है बहन करती थी पर नई गाइडलाइन के अनुसार आप टेस्ट का पूरा खर्च फ्लाइट की क्षमता के मुताबिक 2% यात्रियों को उठाना पड़ेगा।