नई दिल्ली। केजरीवाल सरकार कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन से निपटने के लिए एक्शन में है और इसके खतरे को देखते हुए अपनी तैयारियों को पुख्ता करने में जुट गई है. इस संबंध में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कल दिल्ली सचिवालय में उच्च स्तरीय बैठक कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार ने 30 हजार बेड तैयार कर लिया है, जिसमें 10 हजार आईसीयू बेड शामिल हैं. साथ ही फरवरी तक और 6,800 आईसीयू बेड हो तैयार जाएंगे. वहीं, हम ऐसी व्यवस्था बना रहे हैं कि जरूरत पड़ने पर दो हफ्ते के नोटिस पर दिल्ली के हर वार्ड में 100-100 ऑक्सीजन बेड तैयार कर पाएं. इस तरह हमारी तैयारी 64 से 65 हजार बेड तैयार करने की है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि ऑक्सीजन प्रबंधन के लिए सभी टैंक में टेलीमेट्री डिवाइस लगाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि रियल टाइम पर उपलब्ध ऑक्सीजन की जानकारी मिलती रहे. दिल्ली में अब तक 93 फीसदी लोग वैक्सीन की पहली डोज और 57 फीसदी लोग दूसरी डोज लगवा चुके हैं. सभी से अपील है कि जिन लोगों ने अभी दूसरी डोज नहीं लगवाई है, वे आगे आकर दूसरी डोज जल्द लगवा लें.

सुप्रीम कोर्ट की चेतावनी, ‘केंद्र और राज्य सरकारें 24 घंटे में वायु प्रदूषण के खिलाफ करें कार्रवाई, वरना’….

नए वेरिएंट ओमिक्रोन से निपटने के लिए तैयारियों का लिया जायजा- अरविंद केजरीवाल
दिल्ली सरकार कोरोना की संभावित नए वेरिएंट को लेकर बेहद गंभीर है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद कोरोना के नए वेरिएंट से दिल्लीवासियों को सुरक्षित रखने को लेकर की जा रही तैयारियों पर नजर बनाए हुए हैं. बुधवार को हुई बैठक में मुख्य रूप से कोरोना की वर्तमान स्थिति, टेस्टिंग और रोकथाम के उपाय, कोविड-19 बेड में वृद्धि, कोविड प्रबंधन के लिए लोगों की ट्रेनिंग, कोविड-19 के लिए दवाओं की खरीद, होम आइसोलेशन और 1,031 हेल्पलाइन, ऑक्सीजन, वैक्सीनेशन, जीनोम सीक्वेंसिंग, आईजीआई एयरपोर्ट पर उतरने वाले यात्रियों की जांच की तैयारी समेत सभी बिंदुओं की बारीकी से समीक्षा की. समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत, मुख्य सचिव और सभी जिलाधिकारियों समेत संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि ”कोरोना के ऑमिक्रोन वेरिएंट के खतरे को देखते हुए आज सभी विभागों के साथ बैठक कर तैयारियों का जायज़ा लिया. ICU बेड्स से लेकर ऑक्सीजन और दवाईयों से लेकर वैक्सीनेशन तक युद्ध स्तर पर तैयारियां कर रहे हैं. आप सभी कोरोना से बचकर रहें, अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें.”

दिल्ली में प्रदूषण के कारण अगले आदेश तक सभी स्कूल बंद, आज ही लगी थी सुप्रीम कोर्ट से फटकार

मैन पावर को भी दी जा रही है ट्रेनिंग- अरविंद केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बेड की जानकारी देते हुए कहा कि पिछली बार जब कोरोना आया था, तब उस समय हम लोगों ने लगभग 25 हजार के करीब बेड्स बढ़ाए थे. अभी हम लोग 30 हजार ऑक्सीजन बेड तैयार कर लिए हैं, जिसमें से लगभग 10 हजार आईसीयू बेड हैं. इसके अलावा 6800 आईसीयू बेड अभी बनाए जा रहे हैं. इस तरह कुछ समय में 17 हजार आईसीयू बेड बन कर तैयार हो जाएंगे. इसके अलावा, हमने इस तरह से इंतजाम किया है कि हम दो सप्ताह के नोटिस पर हर म्युनिसिपल वार्ड में 100-100 ऑक्सीजन बेड्स तैयार कर पाएंगे. इस तरह दिल्ली के 270 वार्डों में 27 हजार ऑक्सीजन बेड्स दो हफ्ते की शॉर्ट नोटिस पर हम और तैयार कर पाएंगे. यह सारे बेड मिलाकर 63800 बेड हो जाएंगे. इस तरह लगभग 64 से 65 हजार बेड तैयार करने की हमारी तैयारी है. इसके लिए जितनी भी मैन पावर की जरूरत पड़ेगी, उसकी भी ट्रेनिंग करवाई जा रही है.
दिल्ली में पहले ऑक्सीजन नहीं बनती थी, लेकिन अब 121 मीट्रिक टन ऑक्सीजन बननी शुरू हो गई है- केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 32 किस्म की दवाईयां हैं, जो अलग-अलग तरीके से कोरोना के दौरान इस्तेमाल की जाती है. इन सारी दवाईयों को दो महीने का बफर स्टॉक ऑर्डर किया जा रहा है, ताकि किसी भी तरह से इनकी कमी न पड़े. होम आइसोलेशन के लिए भी सारी तैयारियां दुरुस्त की जा रही हैं. पिछली बार हमें ऑक्सीजन की कमी हुई थी. ऑक्सीजन के लिए हमारे पास दिल्ली के जितने अस्पाताल हैं, उन सारे अस्पतालों को मिलाकर लगभग 750 मीट्रिक टन की क्षमता है. पिछली बार सबसे ज्यादा दिक्कत ऑक्सीजन स्टोरेज और वितरण की थी. उससे निपटने के लिए हमने 442 मीट्रिन टन की अतिरिक्त स्टोरेज क्षमता बना ली है. अब हमारे पास 442 मीट्रिन टन ऑक्सीजन भंडारण के लिए टैंक तैयार हैं, जो कि पहले नहीं थे. दिल्ली में पहले ऑक्सीजन बनाने की क्षमता शून्य थी, लेकिन अब हमने ऑक्सीजन बनाने के लिए पीएसए प्लांट बनाए हैं. इन प्लांट्स की मदद से दिल्ली में अब 121 मीट्रिक टन ऑक्सीजन बननी शुरू हो गई हैं.

CM चन्नी ने पेश किया Report Card: पंजाब सरकार की इन 70 दिनों की गिनाई उपलब्धियां, सिद्धू को बताया बड़ा भाई, इशारों-इशारों में दे दिया जवाब

हम 15 ऑक्सीजन के टैंकर खरीद रहे हैं, जो एक महीने के अंदर आ जाएंगे- अरविंद केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने दिल्ली में जितने भी ऑक्सीजन टैंक हैं, चाहे किसी अस्पताल है या हमारे बड़े टैंक हैं या छोटे टैंक हैं, इसमें टेलीमेट्री डिवाइस लगाने के निर्देश दे दिए हैं. इस डिवाइस से रियल टाइम बेसिस पर हमारे वॉर रूम में हर मिनट में पता चलता रहेगा कि किस टैंक में इस समय कितनी ऑक्सीजन मौजूद है, कहां पर ऑक्सीजन खत्म होने वाली है. इस डिवाइस की मदद से ऑक्सीजन प्रबंधन में मदद मिलेगी. हम लोगों ने चीन से छह हजार ऑक्सीजन सिलेंडर को आयात कर लिए हैं. अब हमारे पास छह हजार ‘डी’ टाइप खाली ऑक्सीजन सिलेंडर मौजूद हैं. इसके जरिए हम विभिन्न स्थानों पर जल्द से जल्द नए बेड तैयार कर सकते हैं. दिल्ली के अंदर अभी तीन प्राइवेट रीफिलिंग प्लांट्स हैं, जिनकी क्षमता 1500 सिलेंडर प्रतिदिन भरने की क्षमता है. इसके अलावा, दिल्ली सरकार ने दो बॉटलिंग प्लांट्स और लगा लिए हैं. इनकी भी सिलेंडर भरने की क्षमता लगभग 1400 है. इस तरह दिल्ली की अब 2900 सिलेंडर प्रतिदिन भरने की क्षमता हो गई है. अब हम 15 ऑक्सीजन के टैंकर खरीद रहे हैं. उम्मीद है कि एक महीने के अंदर दिल्ली के यह टैंकर आ जाएंगे.
विशेषज्ञ डॉक्टर भी कोविड मरीजों का कर सकेंगे इलाज
दिल्ली सरकार कोविड प्रबंधन के लिए मैन पावर बढ़ाने पर भी फोकस कर रही है, जिससे कि अगर संक्रमण में तेजी आती है, तो डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिक्स स्टॉफ की कमी न हो. इसके लिए दिल्ली सरकार ने विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ मेडिकल स्टूडेंट्स, नर्सेज और पैरामेडिकल स्टॉफ को कोविड प्रबंधन का विशेष प्रशिक्षण दिया है. सरकार ने कुल 15370 डॉक्टर, नर्सेज, मेडिकल स्टूडेंट्स और पैरामेडिक्स को प्रशिक्षण दिया है, जिसमें 4673 डॉक्टर, 1707 मेडिकल छात्र, 6265 नर्स और 2726 पैरामेडिक्स शामिल हैं. इन्हें ऑक्सीजन थेरेपी, कोविड प्रबंधन, पीडियाट्रिक वार्ड कोविड प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया गया है.

केजरीवाल सरकार ‘दिल्ली बाजार’ वेब पोर्टल करेगी लॉन्च, बाजार संगठनों ने किया स्वागत, यहां हर छोटे-बड़े दुकानदार का होगा वर्चुअल स्टोर

5 हजार हेल्थ असिस्टेंट भी किए जा रहे तैयार
दिल्ली सरकार ने कोरोना की संभावित लहर को ध्यान में रखते हुए पांच हजार हेल्थ असिस्टेंट तैयार किए जा रहे हैं. हेल्थ असिस्टेंट को नर्सिंग, पैरामेडिक्स, होम केयर, ब्लड प्रेशर मापने, वैक्सीन लगाने आदि की बेसिक ट्रेनिंग दी गई है. हेल्थ असिस्टेंट, डॉक्टर और नर्स के असिस्टेंट के रूप में काम करेंगे और खुद से कोई निर्णय नहीं ले पाएंगे. इनकी मदद लेकर डॉक्टर अधिक कुशलता पूर्वक काम कर पाएंगे और मरीजों की देखभाल भी काफी अच्छे से हो सकेगी.
कोविड हेल्पलाइन नंबर 1031 की ले सकते हैं मदद
दिल्ली सरकार ने कोविड मरीजों को किसी भी दिक्कत के दौरान मदद के लिए कोविड हेल्पलाइन नंबर 1031 जारी किया है. यह हेल्पलाइन नंबर 24 घंटे काम करता है. इसमें 3 शिफ्टों में 25 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं, जो 600 से 700 कॉल अटेंड कर सकते हैं. अगर कॉल संख्या में वृद्धि होती है, तो इसे बढ़ा दिया जाएगा. कोई भी हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर ऑक्सीजन सिलेंडर, टेली परामर्श, पल्स ऑक्सीमीटर, मेडिसिन किट, वैक्सीनेशन, अस्पताल में बेड की उपलब्धता, होम आइसोलेशन, एंबुलेंस सेवा, टेस्ट समेत अन्य जानकारी ले सकता है.