शब्बीर अहमद, भोपाल। कोरोना संक्रमण और मास्क नहीं लगाने के मामले में पर्यटन और संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर (Culture Minister Usha Thakur) के अजीब बयान पर कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने तंज कसा है। पीसी शर्मा ने कहा कि गनीमत रही उषा ठाकुर ने ये नहीं कहा कि ‘शिवराज मामा’ (Shivraj Mama) का ताबीज पहनने से मध्य प्रदेश में कोरोना नहीं आएगा। 

इसे भी पढ़ेः ‘टंट्या मामा’ के ताबीज पहनने से नहीं होगा Corona, पातालपानी में 1 लाख लोगों की भीड़ जुटाने पर संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर ने दिया अजीब बयान

कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा (Corona infection is increasing in Madhya Pradesh)है। वहीं सरकार टंट्या मामा (Tantya Mama) के बलिदान स्थल पातालपानी में एक लाख भीड़ जमा करने का लक्ष्य रखा है। कोरोना की तीसरी लहर की आहट हो रही है। वहीं मंत्री इस तरीके के बयान दे रही हैं। मध्य प्रदेश में सरकार नहीं सर्कस चल रहा है। 

इसे भी पढ़ेः Shivraj in Haridwar: मध्यप्रदेश में योग आयोग का होगा गठन, हरिद्वार में सीएम शिवराज ने किया ऐलान

बता दें कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले के बीच टंट्या मामा (Tantya Mama) के बलिदान स्थल पातालपानी में होने वाले कार्यक्रम को लेकर पर्यटन और संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर (Tourism and Culture Minister Usha Thakur) प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही थी। मंत्री महोदय कोरोना संक्रमण (corona infection) बढ़ने के बावजूद मास्क लगाकर नहीं पहुंची। वहीं पातालपानी में 1 लाख लोगों की भीड़ जुटाने के सवाल पर्यटन और संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर ने कहा कि टंट्या मामा के ताबीज से बीमार लोग भी स्वस्थ हो जाते हैं। टंट्या मामा का बलिदान स्थल लोगों के असीम आस्था का केन्द्र है। किसी को कुछ नहीं होगा।

इसे भी पढ़ेः MP में न्यूज छापने से नाराज बदमाशों ने कथित पत्रकार को अर्धनग्न कर बीच सड़क पर सरिया से पीटा, निकाला जुलूस, VIDEO बनाकर किया वायरल

पार्टी मंत्री के बयान के समर्थन में उतरी 

वहीं मंत्री के विवादस्पद बयान के बाद मंत्री उषा ठाकुर के बयान के समर्थन में बीजेपी उतरी गई है। बीजेपी मीडिया विभाग प्रमुख लोकेंद्र पाराशर (BJP media department head Lokendra Parashar) ने मंत्री के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि दवा के साथ दुआ की भी जरूरत होती है। हम आस्था मूलक समाज के लोग हैं। इसलिए आस्था रहती है। पूजा-पाठ और ताबीज से आत्मविश्वास पैदा होता है। मां बच्चों को बीमार पड़ने पर ताबीज और दवा दोनों देती है। हम हनुमान जी पर चोला भी चढ़ाते हैं और मजार पर चादर भी। दुआ उतनी ही आवश्यक है, जितनी दवा की।

इसे भी पढ़ेः BIG BREAKING: पंचायत चुनाव का मामला कोर्ट पहुंचा, ग्वालियर हाईकोर्ट बेंच ने सरकार से 4 हफ्ते में मांगा जवाब, दूसरी याचिका पर 4 दिसंबर को सुनवाई