सुशील खरे, रतलाम। रतलाम का लाल मणिपुर में शहीद हो गया है। रतलाम जिले के पिपलौदा तहसील के मावता का लोकेश कुमावत (21) मणिपुर के इम्फाल में शहीद (Lokesh Kumawat martyred in Imphal, Manipur) हो गए। परिजन काे सिर्फ इतनी जानकारी दी गई कि बुधवार सुबह 7 बजे ड्यूटी के दौरान गोली लगी है। लोकेश का पार्थिव शरीर गुरुवार देर रात इंदौर एयरपोर्ट (Indore Airport) पहुंचा। वहां से महू की आर्मी टीम शुक्रवार को मावता लेकर आएगी। यहां गार्ड ऑफ ऑनर (guard of Honour) के साथ शहीद लोकेश को अंतिम विदाई दी जाएगी।

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इसी बीच लोकेश कुमावत और उनकी मां का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में लोकेश की मां तिलक लगाकर शहीद की आरती उतारती हुई दिख रही है। वीडियो उस समय का बताया जा रहा है, जब ड्यूटी में जाने से पहले लोकेश कुमावत को उनकी मां ने तिलक लगाकर और आरती उतारकर उनको विदा किया था।

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हालांकि उन्हें थोड़ा भी अंदाजा नहीं था कि उनका बेटा वापस तिरंगे में लौटेगा। उन्हें अभी शहादत के बारे में नहीं बताया गया है। पंचायत भवन के पास अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है।

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लोकेश के चाचा रामेश्वर टांक भी आर्मी में हैं। वे इंदौर एयरपोर्ट से लोकेश की पार्थिव देह लेकर आएंगे। लोकेश के चाचा ने कहा कि लोकेश की शहादत कैसे हुई, हमें भी स्पष्ट नहीं है। आर्मी प्रोटोकॉल के तहत इंदौर तक पार्थिव शरीर लाया गया। वहां से महू आर्मी कैंप की टीम गांव तक लेकर आएगी। फिर प्रोटोकॉल अनुसार अंतिम संस्कार होगा। एसडीएम हिमांशु प्रजापति और कालूखेड़ा थाना प्रभारी बीएलॉ भाबर ने कहा कि हमें शहादत के अतिरिक्त अन्य जानकारी नहीं है। शुक्रवार को गांव में अंतिम संस्कार होगा।

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नवंबर 2019 में ज्वाइन की थी आर्मी
लोकेश उज्जैन में नवंबर 2019 में हुई आर्मी भर्ती में सिलेक्ट हुए थे। सालभर की ट्रेनिंग के बाद 2020 में मणिपुर के इम्फाल में पहली पोस्टिंग मिली। ढाई महीने पहले छुट्टी पर मावता आए थे।बुधवार सुबह मणिपुर आर्मी कैंप से पिता मुकेश कुमावत के पास सीईओ कॉल आया। परिवार मूलत: किसान है।