मुजफ्फरनगर. पुरकाजी में दो स्कूल संचालकों ने प्रयोगात्मक परीक्षा दिलाने के बहाने दसवीं कक्षा की छात्राओं को स्कूल में ही रोक लिया. जहां रात को छात्राओं के साथ छेड़खानी किए जाने की बात सामने आई है. मामला पुरकाजी स्थित जीजीएस इंटरनेशनल स्कूल का है. इस मामले में थाना पुरकाजी पुलिस पर्दा डालती रही और स्कूल संचालकों को बचाती रही. घटना 18 नवंबर की बताई जा रही है.
मामला तब सामने आया जब भाजपा विधायक प्रमोद उटवाल ने एसएसपी को इसकी जानकारी दी. जिसके बाद एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय व एएसपी कृष्ण कुमार विश्नोई रविवार 5 दिसंबर थाना पुरकाजी पहुंचे और घटना के संबंध में जानकारी ली. इस मामले में दोषी पाए गया एसओ विनोद कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया है. अफसरों ने सूर्य देव पब्लिक स्कूल थाना भोपा संचालक योगेश कुमार और जीजीएस इंटरनेशनल स्कूल संचालक अर्जुन सिंह के खिलाफ छेड़खानी, नशीला पदार्थ देने सहित पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज करवाया है.
एक छात्रा के अभिभावक ने बताया कि योगेश छात्राओं को प्रयोगात्मक परीक्षा देने के बहाने से बुलाकर ले गए थे. जिसके बाद देर होने का बहाना बनाकर सभी को रोक लिया. रात में छात्राओं को खाने के लिए खिचड़ी दी गई जिसमें नशीला पदार्थ मिला हुआ था. खाने के बाद सभी छात्राओं से छेड़खानी की गई. इस मामले के अगले दिन छात्राओं को डराया गया की यदि किसी से शिकायत की तो उनके परिजनों की हत्या कर दी जाएगी. वहीं दूसरी तरफ छात्राओं ने परिजनों को इस बात की जानकारी देकर स्कूल जाना बंद कर दिया. थाने पहुंचे छात्राओं के परिजनों ने बताया कि, एक छात्रा ने रात के समय दी गई खिचड़ी नहीं खाई थी. जिसके चलते वह छात्रा बेहोश नहीं हुई थी. इस छात्रा ने पूरी रात शौचालय के अंदर बिताई. आरोपियों द्वारा छात्रा को डराया धमकाया गया कि यदि किसी को बताया तो परीक्षा में फेल कर दिया जाएगा.
इस मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक गजेंद्र कुमार ने कहा कि, पुलिस जांच कर रही है. अभिभावकों ने अभी तक इस बात में कोई शिकायत नहीं की है।दोनो ही स्कूल सीबीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त हैं. छात्राओं की बनाई खिचड़ी फेंक दी गई पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई है कि पहले छात्राओं ने अपने लिए खिचड़ी बनाई थी. जिसे स्कूल संचालकों ने खराब बताते हुए फिकवा दी थी. जिसके बाद उन्होने खुद खिचड़ी बनवाई. यही खिचड़ी खाकर छात्राएं बेहोश हो गईं.