चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने गुरुवार को किसानों को उनकी ऐतिहासिक जीत के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा कि किसानों के आंदोलन ने न केवल भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए मजबूर किया, बल्कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी अधिकार बनाए जाने का रास्ता भी तैयार किया. शिअद अध्यक्ष ने यहां एक बयान में कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर जीत देश के पूरे कृषक समुदाय की जीत है. उन्होंने कहा कि अन्नदाता ने देश के शासकों को स्पष्ट संदेश दिया है कि कृषि पर कोई भी कानून उन्हें विश्वास में लिए बिना नहीं बनाया जा सकता.

किसान आंदोलन खत्म होने पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दी बधाई, कहा- ‘कृषक समुदाय की प्रगति के लिए बेहतर मार्ग होगा प्रशस्त’

 

बादल ने पंजाब में किसानों के अपने घर लौटने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि आपके दृढ़ संकल्प और शांतिपूर्ण व लोकतांत्रिक तरीके से एक साल लंबा आंदोलन चलाने को आने वाले वर्षों तक याद किया जाएगा. कल के किसान आपके द्वारा आज किए गए बलिदानों को याद रखेंगे. उन्होंने उन 800 किसानों की मौत को भी याद किया, जिन्होंने आमजन की भलाई के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी. यह कहते हुए कि अकाली दल ने किसान संघर्ष के लिए पूरी कोशिश की है और किसान समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ना जारी रखेगा, बादल ने कहा, “जब हमें एहसास हुआ कि केंद्र सरकार किसानों के प्रति ईमानदार नहीं है और उनकी आशंकाओं को दूर नहीं कर रही है, तब हमने केंद्रीय मंत्रालय से इस्तीफा दे दिया और यहां तक कि एनडीए छोड़ दिया. शिअद कार्यकर्ताओं ने किसान संघर्ष का तहे दिल से समर्थन किया और कहा कि हम हमेशा किसानों के साथ खड़े रहेंगे.”