सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन वेतन विसंगति दूर करने की अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं. आंदोलन में बैठे सहायक शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि 2 दिन में सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो प्रदेश भर के शिक्षक विधानसभा का घेराव करेंगे.
सहायक शिक्षक फेडरेशन के अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में पदस्थ 1, 09,000 सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर करने की हमारी मांग है. सहायक शिक्षक लगभग 25 वर्षों से एक ही पद पर कार्यरत हैं, न इन्हें क्रमोन्नति वेतनमान मिला है, और न ही उच्चतर वेतनमान. उन्होंने कहा कि व्याख्याता एवं शिक्षक के वेतनमान में समानुपातिक अंतर है, जबकि शिक्षक और सहायक शिक्षक के वेतन में बहुत ज़्यादा अंतर हैं.
अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था कि तृतीय वर्ग शिक्षकों के साथ धोखा हुआ है. शिक्षा मंत्री ने 12 मार्च को सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति को स्वीकार करते हुए जल्द दूर करने की बात कही थी.
4 सितंबर 2021 को मुख्यमंत्री ने सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति को स्वीकार कर 90 दिन के लिए कमेटी बनाई थी, लेकिन 3 महीने बीत जाने के बाद भी कमेटी द्वारा रिपोर्ट सरकार को नही सौंपी गई गई है और वेतन विसंगति को दूर करने में भी कोई पहल नहीं की गई है. यदि हमारी मांग को पूरा नहीं किया गया तो एक लाख से ज्यादा शिक्षक रायपुर में धरना पर बैठेंगे, साथ ही विधानसभा का भी घेराव करेंगे.