मनीष राठौर, राजगढ़। जिले के दर्जभर गांवों के सैकड़ों किसानों को फसल क्षति मुआवजा नहीं मिल रहा है। ग्रामीण पिछले 6 महीने से फसल मुआवजा पाने के लिए अधिकारियों के यहां चक्कर लगा रहे हैं। बावजूद इसके किसानों को आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिल रहा है। मुआवजा नहीं मिलने से परेशान किसानों ने रविवार को चक्काजाम किया। नायब तहसीलदार ने जल्द मुआवजा देने का आश्वासन दिया। इसके बाद किसान सड़क पर से उठे।
दरअसल 6 महीने पहले अत्यधिक बारिश के कारण नरसिंहगढ क्षेत्र के रनावा, कुंवर कोटरी, भगोर, काँकरवाल, भीलखेड़ी, गाडरियाखेड़ी सहित दर्जन भर गांवों में सैकड़ों किसानों की फसल खराब हो गई थी। जनप्रतिनिधियों सहित तमाम अधिकारियों ने दौरा कर 6 महीने पूर्व खराब फसलों का सर्वे करवाया गया था। अधिकारिय़ों ने जल्द मुआवजा देने का एेलान किया था। किसान राहत राशि के लिए अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के चक्कर काट रहे हैं। बावजूद इसके मुआवजा राशि नहीं मिला।
इससे नाराज होकर रविवार को भील खेड़ी जोड़ पर संयुक्त रूप से किसानों ने चक्का जाम कर दिया। किसान सड़क पर एक घंटे तक बैठे रहे। मामले की जानकारी अधिकारियों के पास पहुंची, तब जाकर नायब तहसीलदार अरविंद दिवाकर किसानों के बीच पहुंचे। नायब तहसीलदार ने किसानों ने बातचीत कर हफ्ते के अंदर मुआवजा राशि देने का आश्वासन दिया। उसके बाद किसान सड़क पर से उठ गए।
किसानों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी
किसान लक्ष्मी नारायण मीणा, ज्ञान सिंह मीणा, रमेश यादव,. बद्री मीणा, देवेंद्र मीणा, सत्यनारायण शर्मा, देवेंद्र शर्मा, सत्यनारायण मीणा, भारत सिंह पाल, प्रकाश मीणा, प्रेम नारायण चौधरी, अशोक विजयवर्गीय, राहुल मीणा, परमानंद मीणा ने कहा कि अगर 1 सप्ताह के अंदर राहत राशि नहीं दी गई तो अब उग्र आंदोलन करेंगे।
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