चंडीगढ़। पंजाब सरकार अब राज्य के कमजोर वर्गों को निर्मित मकान मुहैया कराएगी. पंजाब कैबिनेट ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) को निर्मित घर उपलब्ध कराने के लिए मंगलवार को शहरी विकास प्राधिकरणों द्वारा बनाए जाने वाले 25,000 घरों के आवंटन के लिए आवेदन आमंत्रित करने को मंजूरी दे दी है. मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला किया गया. इन आवासों के लिए जरूी दस्तावेजों के साथ पात्र आवेदकों से अनुमोदित नीति के अनुसार आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे. आवासीय ईकाइयों का कालीन क्षेत्र लगभग 30 वर्ग मीटर होगा.

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एक बयान में कहा गया है कि यह गरीब समर्थक योजना राज्य के लगभग 25,000 EWS परिवारों को लाभान्वित करने में सहायक होगी, जिनके पास एक घर नहीं है, उन्हें स्वस्थ और सुरक्षित जीवन शैली के लिए इसका स्वामित्व मिलेगा. मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता के अनुसार, इस समय सभी विकास प्राधिकरणों में EWS आवास के लिए 397.048 एकड़ भूमि उपलब्ध है. केंद्र सरकार के एक सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम वाप्कोस लिमिटेड को हाल ही में इसके लिए परियोजना प्रबंधन सलाहकार के रूप में खुली चयन प्रक्रिया के माध्यम से नियुक्त किया गया है.

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हर EWS पॉकेट में 80 प्रतिशत क्षेत्र 85 यूनिट प्रति एकड़ की दर से मकानों के लिए होगा, जबकि 20 प्रतिशत क्षेत्र स्कूल, डिस्पेंसरी, खेल का मैदान और सामुदायिक केंद्र के लिए छोड़ा जाएगा. लोगों को उनके दरवाजे पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए कैबिनेट ने 28 स्वास्थ्य संस्थानों को अपग्रेड करके वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट, प्रयोगशाला तकनीशियन आदि सहित 775 पदों के सृजन को भी मंजूरी दी, साथ ही मोरिंडा कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नया ट्रॉमा सेंटर खोलने की भी स्वीकृति दी.