जालंधर, पंजाब। पंजाब में लगी दलित कार्ड की होड़ के बीच कांग्रेस के बाद एक ओर जहां शिरोमणि अकाली दल ने दलित कार्ड चला है, वहीं आम आदमी पार्टी भी जल्द इसका ऐलान कर सकती है. गौरतलब है कि पंजाब में दलित वर्ग की अच्छी-खासी संख्या है, इसे देखते हुए कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया. इसके बाद से ही इस वर्ग को अपने खेमे में करने के लिए राजनीतिक पार्टियां जोर लगा रही हैं.
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पंजाब चुनाव से ठीक पहले शिरोमणि अकाली दल ने एक बड़ा राजनीतिक दांव चलते हुए पार्टी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि अगर 2022 के पंजाब विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो वह डिप्टी सीएम का पद बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) को देंगे. फिलहाल पंजाब में अकाली दल और बीएसपी के बीच गठबंधन है, जिसके अनुसार 117 सदस्यों वाली पंजाब विधानसभा में बीएसपी 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं बाकी सीटों पर अकाली दल चुनाव लड़ेगा. इससे पहले बीजेपी ने भी घोषणा की थी कि अगर पार्टी सत्ता में आती है, तो दलित समुदाय के विधायक को सीएम पद दिया जाएगा.
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इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल भी बुधवार यानी 15 दिसंबर को अपने दो दिवसीय दौरे पर पंजाब पहुंचेंगे. इस दौरान केजरीवाल जालंधर में अपनी पार्टी की ”तिरंगा यात्रा” में हिस्सा लेंगे. केजरीवाल ने मंगलवार को ट्वीट किया कि ”कल जालंधर में तिरंगा यात्रा में शामिल होउंगा. सभी जालंधर वासियों से अपील है कि वे ज्यादा से ज्यादा संख्या में आएं. ” उम्मीद लगाई जा रही है कि केजरीवाल अपने दो दिवसीय दौरे पर पंजाब में दलितों को लेकर एक बड़ा चुनावी ऐलान कर सकते हैं, हालांकि इससे पहले केजरीवाल ने अपने उत्तराखंड दौरे के दौरान मंगलवार को प्रदेश में सरकार आने पर 6 नए जिले बनाने की घोषणा की है.
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मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया भर में किसान आंदोलन से लंबा कोई भी आंदोलन नहीं चला. इसमें देश के किसानों की जीत हुई. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान अलग-अलग देश के करीब 700 किसान शहीद हुए. यह भाजपा सरकार की तानाशाही रवैये की वजह से हुआ है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्हें और आप पार्टी के नेता अजय कोठियाल को राजनीति करनी नहीं आती, उन्हें काम करना आता है. दिल्ली में काम करके दिखाया, अब पंजाब में भी आप की सरकार बनते ही प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को नौकरी दी जाएगी. उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में आप की सरकार ने 10 लाख युवाओं को नौकरी दी है. इसके साथ ही उन्होंने उत्तराखंड में ऐलान किया कि जब तक बेरोजगार बच्चों को नौकरी नहीं मिल जाती है, तब तक हर महीने पांच-पांच हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता हम देंगे. उल्लेखनीय है कि पंजाब के कुल मतदाताओं का लगभग एक-तिहाई दलित हैं, यानी कि राज्य में 33 प्रतिशत दलित मतदाता हैं.
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