शिवम मिश्रा, रायपुर। बीमा पॉलिसी चालू कराने के नाम पर रिटायर्ड प्राचार्य ठगी का शिकार हो गए. पीड़ित को अगस्त 2020 से अब तक किश्तों में 39 लाख रुपए जमा करने के बाद ठगी का अहसास हुआ, जिसके बाद पुलिस में मामला दर्ज कराया है. डीडीनगर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी की धारा 420 के तहत अपराध दर्ज कर शातिर की पड़ताल शुरू कर दी है.

तमाम प्रचार-प्रसार के बावजूद साइबर ठगी के मामले में पढ़े-लिखे भी फंसने का मामला सामने आ रहा है. ताजा प्रकरण शहर के डीडी नगर से सामने आया है, जहां बीमा पॉलिसी चालू करने का झांसा देकर रिटायर्ड प्राचार्य उदय रावल से 39 लाख रुपए की ठगी को अंजाम दिया. शातिर ठगों ने बड़े आसानी से रिटायर्ड प्राचार्य उदय रावल से कई किश्तों में अलग-अलग खातों में 39 लाख की रकम जमा करा ली. रिटायर्ड प्राचार्य के साथ ठगी का सिलसिला वर्ष 2020 से चल रहा था. पीड़ित को जैसे ही ठगी का एहसास हुआ, उसके होश उड़ गए. हालांकि, पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात ठग के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.

पहली बार शातिर ठग का कॉल

रिटायर्ड प्राचार्य उदय रावल को 10 अगस्त 2020 को शातिर ठग ने पहली बार कॉल किया था. इस दौरान उसने प्राचार्य को कहा कि आपकी LIC और HDFC की पॉलिसी कैंसल हो गई है, और सीधे उसकी फाइल हमारे पास लोकपाल में आई है. शातिर ने फाइल को डील करने की बात कहते हुए पॉलिसी चालू करने के लिए फाइल चार्ज 68 हजार रुपए अपने खाते में डलवा लिए. रिटायर्ड प्राचार्य ठग के झांसे में आकर उसके बताए खाते में पैसे जमा करा दिए, जिसके बाद सिलसिला शुरू हो गया. इसी तरह 2 नवंबर तक कई किश्तों में अलग-अलग खातों में कुल 39 लाख 13 हजार रुपए जमा करा लिए.

जल्द होगा पूरे मामले का खुलासा

डीडी नगर थाना पुलिस ने कहा कि पीड़ित की शिकायत एफआईआर दर्ज की गई है. शातिर ने 39 लाख रुपए की ठगी को अंजाम दिया है. अज्ञात ठग के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा 420 के तहत अपराध दर्ज किया गया है. प्रार्थी के कॉल डिटेल्स सीडीआर निकाले जा रहे है. जल्द पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा.