अरविंद नामदेव, शहडोल। सरकार के लाख दावे के विपरीत जिले के कई ग्रामीण इलाकों में आज भी विकास नहीं पहुंचा है। सुविधाओं से दूर रहने वाले ग्रामीण बीमार पडऩे पर मरीज को खाट में लिटाकर अस्पताल ले जाते हैं। इसकी एक तस्वीर शहडोल जिले
के सोहागपुर जनपद पंचायत अंर्तर्गत ग्राम पंचायत बंडी के गीधा टोला में देखने को मिला। जहां सड़क नहीं होने से बीमार ग्रामीण को खाट (खटिया) पर लिटाकर इलाज के लिए लिए कई किलोमोटर पैदल लेकर स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। खाट पर लिटाकर मरीज को ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।

जानकारी के अनुसार सोहागपुर जनपद अन्तर्गत ग्राम पंचायत बंडी के ग्राम गीधाटोला निवासी दिव्यांग ओमनारायण बैगा की तबीयत बिगड़ गई। उसे इलाज के लिए सुबह गांव के युवाओं ने खाट में लादकर दो किलोमीटर दूर मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ा। जहां से उसे उपचार के लिए बेमहौरी स्वस्थ्य केंद ले जाया गया और उपचार किया गया।

दरअसल गीधा गांव में सड़क नहीं होने से अक्सर इस तरह की समस्याओं का सामना ग्रामीणों को करना पड़ता है। सड़क नहीं होने से गांव तक कोई भी वाहन (एंबुलेंस) नहीं पहुंच पाता। मजबूर में सड़क तक बीमार लोगों को खाट पर ले जाना पड़ता है। ग्रामीणों की मानें तो मजबूरी में खाट को ही एंबुलेंस बनाते है। इस तरह का यह कोई पहला मामला नहीं है पूर्व में भी इसी तरह ग्रामीण खाट में बीमार लोगो को उपचार के लिए लेकर जाते है।

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बैगा आदिवासी बाहुल्य गांव

शहडोल के सोहागपुर जनपद अन्तर्गत ग्राम पंचायत बंडी के ग्राम गीधाटोला संरक्षित प्रजाति बैगा आदिवासी बाहुल्य गांव है। गीधाटोला में सड़क, बिजली के साथ-साथ पेयजल की भी समस्या है। यहां शासन की आदिवासी विकास को लेकर सारी योजनाएं नदारद हैं।