राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र कल यानी सोमवार से शुरू हो रहा है। विधानसभा सत्र को लेकर जहां सत्ताधारी बीजेपी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी वहीं विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने विधायकदल की बैठक में सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है। कांग्रेस द्वारा ओबीसी आरक्षण के मुद्दे को उठाने की तैयारी की है।

कांग्रेस विधायकदल की बैठक खत्म होने के बाद पूर्व सीएम कमलनाथ ने बताया कि ऐसा चुनाव हो रहा है जहां परिसीमन नहीं हुआ। ओबीसी का आरक्षण नहीं हुआ। विवेक तन्खा ने परिसीमन और रोटेशन पर याचिका लगाई थी। डेढ़ साल तक पहले पंचायत चुनाव टाला गया और कराने कहा तो पुराने परिसीमन से कराने लगे। उन्होंने कहा बीजेपी झूठ बोलने में माहिर है। ओबीसी आरक्षण पर हाईकोर्ट में 4 बार बीजेपी के वकील पहुंचे ही नहीं।

विधायकदल ने प्रस्ताव पारित किया है कि ओबीसी सीटों पर सरकार साथ में कराए चुनाव। विधानसभा में कल ये मुद्दा जोर से उठाएंगे। ओबीसी आरक्षण को किसी भी कीमत पर समाप्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार के वकीलों ने क्यों कोर्ट में विरोध नहीं किया। सरकार इस मामले में फिर कोर्ट जाए कांग्रेस भी साथ में रहेगी।

किस दिन, किस विभाग के सवाल उठेंगे

पहले दिन 20 दिसंबर को —किसान, कृषि, खेल, तकनीकी शिक्षा, उद्योग, पंचायत, स्कूल शिक्षा, उद्यानिकी, खाध के स्वालों पर जवाब दिए जाएंगे।

दूसरे दिन 21 दिसंबर को — वाणिज्यिक कर, वित्त, जनसंपर्क, नर्मदा घाटी, विमानन, महिला बाल विकास, लोक स्वास्थ्य, योजना सांख्यिकी, लोक स्वास्थ्य व अन्य।

तीसरे दिन 22 दिसंबर को—वन, परिवहन, राजस्व, जल संसाधन व अन्य।

चौथे दिन 23 दिसंबर को — लोक निर्माण, ऊर्जा, विधि सहित।

पांचवें दिन 24 दिसंबर को —गृह, जेल, विधि, चिकित्सा शिक्षा, सहकारिता, घुम्मकड़ सहित।