दिल्ली. कभी आपने सुना है कि किसी स्कूल में बच्चों को टेंशन न हो इसके लिए पिल्ले का सहारा लिया जा रहा हो. आज से पहले ऐसा नहीं सुना होगा लेकिन स्काटलैंड के एक स्कूल ने अपने स्कूल के नन्हे मुन्नों को खुशी-खुशी पढ़ाने का नुस्खा खोज निकाला है. दरअसल स्काटलैंड के नार्थवुड प्राइमरी स्कूल ने एक नया औऱ शानदार प्रयोग किया है ताकि स्कूल में पढ़ने वाले नौनिहाल खुशी खुशी पढ़ाई कर सकें.
एक एनजीओ एबिलिटी डाग्स फार यंग पीपल के साथ मिलकर स्कूल ने बच्चों के तनाव को कम करने के लिए एक पिल्ले बेट्टी को अपने स्टाफ में शामिल किया है. स्कूल की हेड टीचर सारा हसी के मुताबिक बेट्टी हमारे स्टाफ की शानदार सदस्य है. दरअसल बेट्टी नाम का पिल्ला उन बच्चों के लिए स्ट्रैसबस्टर का काम करता है जो पढ़ाई के नाम पर बेहद घबराते हैं औऱ जिनके लिए क्लासरुम और पढ़ाई किसी सजा से कम नहीं है. स्कूल ने बच्चों को पढ़ाई के तनाव से निजात दिलाने के लिए काफी शोध किया औऱ कई विशेषज्ञों से बात करने के बाद एक पिल्ले को स्कूल प्रबंधन ने अडाप्ट किया.
ये सिर्फ बेट्टी का कमाल था कि उसके आने के बाद से स्कूल में बच्चों की अटेंडेंस बढ़ गई औऱ साथ ही बच्चों को बेट्टी का साथ बेहद पसंद आ रहा है. नार्थवुड स्कूल इस अनूठी पहल को करने वाला पहला स्कूल नहीं है बल्कि स्काटलैंड के लैंगफोल्ड्स प्राइमरी स्कूल ने भी इस प्रयोग को अपनाया है. जिसके नतीजे बेहद उत्साहजनक रहे हैं. बेट्टी नाम के पिल्ले के आने के बाद से न सिर्फ बच्चे पहले से ज्यादा कांफिडेंस दिखते हैं बल्कि उनमें प़ढ़ाई को लेकर बेहद उत्साह है. इस प्रयोग के बेहद सफल होने के बाद स्काटलैंड के कई प्राइमरी स्कूल इस प्रयोग को अपने अपने स्कूलों में लागू करने की य़ोजना बना रहे हैं. इस प्रयोग के बारे में शायद ही किसी ने सोचा हो कि स्कूल में एक पिल्ले की मौजूदगी भर से बच्चों की पर्सनैलिटी में इतना बड़ा फर्क आ सकता है.