भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे के बीच नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया. सीएम शिवराज ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और अधिकारियों के साथ शुक्रवार शाम मंत्रालय में बड़ी बैठक की. कोरोना के रोकथाम और गाइडलाइन का पालन करने अधिकारियों को कई निर्देश दिए. प्रदेश में प्रतिबंधों को लेकर भी चर्चा हुई. सीएम शिवराज ने गंभीर आशंका जताई है. उन्होंने कहा कि फिलहाल 8 जिलों में कोरोना केस है, लेकिन कोरोना और अन्य जिलों में पहुंचेगा. इसलिए हमें प्राथमिकता के आधार पर रोक-थाम के उपाय करने होंगे.

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए हैं कि कोरोना की रोकथाम के लिए हमें जांच की संख्या बढ़ाना है. पीड़ित व्यक्ति के कम से कम 30 कांटेक्ट ट्रेसिंग अवश्य करना है. अस्पताल, दवाई, उपकरण, ऑक्सीजन की लाइन सहित सभी व्यवस्थाएं एक बार अवश्य जांच लें और दुरुस्त रखें.

BIG BREAKING: मध्यप्रदेश में नाइट कर्फ्यू लागू, CM शिवराज ने कहा- ओमिक्रॉन फैलने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता

सीएम ने कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप में कोई उपयोगी लगे जैसे डॉक्टर, समाजसेवी तो उसे आप जोड़ सकते हैं. रोको-टोको अभियान तुरंत शुरू करें. मास्क न लगाने वालों पर जुर्माना भी करें. सोशल डिस्टेंसिंग के लिए भी जागरूकता के प्रयास शुरू करें. सीएम ने कहा कि अभी 8 जिलों में कोरोना केस है. कोरोना अन्य जिलों में भी पहुंचेगा.

उन्होंने कहा कि अमेरिका, यूके और डेनमार्क में ओमिक्रॉन वैरिएंट की स्थितियां सामने हैं, जो बताती हैं कि ये तेजी से बढ़ता है. इसे देखते हुए हमें तैयारी रखना है. आज मप्र के 8 जिलों में कोरोना केस आए हैं. यह मामले अब ज्यादा जिलों में बढ़ेंगे. हमें प्राथमिकता के आधार पर रोक-थाम के उपाय करने होंगे.

BIG NEWS: MP में नाइट कर्फ्यू लागू, रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक रहेगा कर्फ्यू, वैक्सीन के सेकंड डोज नहीं लगाने वालों को मल्टीप्लेक्स-जिम और स्टेडियम में एंट्री बैन

सीएम ने अस्पतालों के अलावा बिजली की व्यवस्था भी सुनिश्चित रखने को कहा है. प्रदेश में बिजली की कोई समस्या नहीं है, लेकिन एक बार इसके लिए भी पुख्ता इंतजाम कर लें. दवाओं और उपकरण आदि का कम से कम एक महीने का स्टॉक तो अवश्य रखें. समस्त सरकारी एवं निजी अस्पतालों में व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद रखें. बेड, ऑक्सीजन, चिकित्सक और दवाओं का पर्याप्त इंतजाम हो, यह सुनिश्चित करें.

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जितने निजी कोविड सेंटर बनाए गए थे, उनकी भी व्यवस्थाएं सुचारु कर दी जाएं. आर्थिक गतिविधियां न रुकें और गरीब का काम धंधा भी प्रभावित न हो यह सुनिश्चित करते हुए हमें तीसरी लहर का जनता के सहयोग से मुकाबला करना है.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus