शब्बीर अहमद, भोपाल। अगर आप Paytm यूजर हैं और पैसे लेनदेन के लिए या शॉपिंग के लिए ऐप का इस्तेमाल करते हैं, तो ये खबर आपके लिए है। क्योंकि ठगों का अगला शिकार आप हो सकते हैं। दरअसल पिछले कुछ महीनों में पेटीएम स्पूफ ऐप (Paytm Spoof App) का इस्तेमाल कर धोखाधड़ी की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं। इस ऐप का इस्तेमाल कर हमलावर लोगों को बरगला रहे हैं और उनकी गाढ़ी कमाई चुरा रहे हैं। हो सकता है ठगों का अलगा शिकार आप बन जाएं। कैसे की जा रही है Paytm Spoof App से ठगी और कैसे लगाई जा रही है हजारों-लाखों की चपत। इससे बचने के उपाय।
पेटीएम स्पूफ ऐप के खिलाफ भोपाल सायबर क्राइम ब्रांच (Bhopal Cyber Crime Branch) भी लोगों को जागरूक कर रही है। साथ ही पेमेंट से संबंधी धोखाधड़ी के शिकार होने पर शिकायत के लिए नंबर- 9479990636 जारी किया है। लोग इस नंबर पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। कैसे की जा रही है Paytm Spoof App से ठगी और कैसे लगाई जा रही है हजारों-लाखों की चपत, चलिए डिटेल में बताते हैं इससे बचने के उपाय।
इसे भी पढ़ेः बेरोजगारों का मेलाः मास्टर डिग्रीधारी भी पहुंचे प्यून और ड्राइवर बनने, 9 पदों के लिए पहुंचे 6973 युवक
पिछले कुछ महीनों में पेटीएम स्पूफ ऐप का इस्तेमाल कर धोखाधड़ी की घटनाओं में भारी इजाफा हुआ है। इस ऐप का इस्तेमाल कर हमलावर लोगों को बरगला रहे हैं और उनकी गाढ़ी कमाई को लूट रहे हैं। ऐप अपने इंटरफ़ेस सहित हूबहू ओरिजनल पेटीएम ऐप के समान दिखता है, इसलिए अक्सर लोगों के लिए नकली और असली के बीच अंतर करना मुश्किल हो जाता है।
नकली Paytm से पेमेंट कर लगा देते हैं चुना
पेटीएम स्पूफ ( Paytm Spoof) से संबंधित ज्यादातर मामलों में, धोखाधड़ी पहले एक दुकान से कुछ खरीदते हैं और फिर नकली भुगतान अधिसूचना बनाने के लिए दुकानदार का फोन नंबर, दुकान का नाम, राशि और अन्य विवरण दर्ज करते हैं, यह दिखाते हुए कि उन्होंने पैसे का भुगतान किया है। पेटीएम स्पूफ दुकानदार के खाते में भुगतान मैसेज भी भेजता है लेकिन मूल रूप से बैंक खाते में कोई पैसा जमा नहीं किया जाता है। ऐसे घोटालों की पहचान करने के लिए, आपको प्रत्येक लेनदेन के बाद हमेशा अपने बैंक खाते की शेष राशि की जांच करनी चाहिए। आपको क्रेडिट के स्रोत को भी वेरिफाइएड करना चाहिए ताकि ये पता चल सके कि पैसा कहा से जमा हुआ है।
इंदौर में आ चुका है मामला
ऐसी ही एक घटना इंदौर से सामने आई है। एक उदाहरण में हमलावरों ने कथित तौर पर दुकानदार से हजारों रुपये का सामन खरीदा और बाद में इस ऐप पर फोन नंबर और अन्य विवरण दर्ज करके नकली भुगतान की सूचना दिखाई। बाद में इन ठगों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया।ऐप अपने इंटरफ़ेस सहित मूल पेटीएम ऐप के समान दिखता है इसलिए अक्सर नकली और सही के बीच अंतर करना मुश्किल हो जाता है।
इसे भी पढ़ेः मासूम की निर्मम हत्या: तीन दिन से लापता 17 महीने की बच्ची का कुएं में मिला शव, दुष्कर्म के बाद मर्डर की आशंका
बचने के लिए करिए ये काम
- अगर आप भी इसका शिकार बनने से बचना चाहते हैं, तो आपको भी कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। किसी से भी पेमेंट को लेने के बाद आपको हमेशा अपने बैंक अकाउंट का बैलेंस अमाउंट चेक करना चाहिए।
- इसके साथ ही आपको क्रेडिट के सोर्स को भी वेरीफाई करना चाहिए। वहीं सुनिश्चित करें कि पेमेंट क्रेडिट का नोटिफिकेशन हमेशा आपके बैंक से ही आना चाहिए।
- आपको हर ट्रांजेक्शन के बाद हमेशा अपने बैंक अकाउंट का बैलेंस चेक करना चाहिए। आपको क्रेडिट के स्रोत को भी वेरिफाई करना होगा, यह हमेशा आपके बैंक से आना चाहिए।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ कीखबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरेंEnglish में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक