दीपक ताम्रकार, डिंडोरी। डिंडोरी वनपरिक्षेत्र अंतर्गत सारसताल और नारायणडीह के बीच जंगल में जो गौर मोहरा इलाके से जाना जाता है। वहां एक बाघ का शव (wild animal) मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। घटना की जानकारी लगते ही ग्रामीण और वनविभाग के लोग मौके पर पहुंचे। बाघ की मौत के कारणों की जांच में वनविभाग की टीम जुट गई है।
जानकारी के अनुसार बाघ की उम्र लगभग 8 से 10 वर्ष के बीच की बताई जा रही है। बाघ की मौत के कारणों की वजह अभी स्पष्ट रूप से पता नहीं चल पाया है। शव को देखने में न तो कहीं पर चोट के निशान दिखाई दिए, न ही कोई अंग भंग दिखा। चोट के निशान नहीं मिलने से बाघ का शिकार की संभावना से विभाग ने इंकार किया है। यह भी हो सकता है कि अत्यधिक ठंड से बाघ की मौत हो गई हो। वैसे मौत को लेकर संस्पेस बरकार है।
जानकारी के अनुसार घटना स्थल पर कान्हा वनविभाग, जबलपुर फॉरेस्ट व बांधवगढ़ फॅारेस्ट की टीम पहुंचेगी। फोरेंसिक एक्सपर्ट टीम की जांच में ही बाघ (wild animal) की मौत की वजह का खुलासा हो पाएगा। डीएफओ डिंडोरी साहिल गर्ग का कहना है कि जांच के बाद ही आगे बताया जा सकता है कि बाघ की मौत की असल वजह क्या है।
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