नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी मंगलवार को अपना 137वां स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुख्यालय में ध्वजारोहण कर आरोप लगाया कि देश का आम नागरिक असुरक्षित और भयभीत महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और संविधान को दरकिनार कर तानाशाही चलाई जा रही है। कांग्रेस स्थापना दिवस पर सोनिया गांधी का देश और कार्यकतार्ओं के नाम सन्देश में कहा कि कांग्रेस केवल एक राजनीतिक पार्टी का ही नाम नहीं है, बल्कि एक आंदोलन का नाम है। कांग्रेस की स्थापना किन परिस्थितियों में हुई, यह बताने की जरूरत नहीं है। आजादी के आंदोलन में कांग्रेस और उसके तमाम नेताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, संघर्ष किया, जेलों में कठोर यातनाएं झेली और बहुत से देश भक्तों ने अपने प्राणों तक का बलिदान दिया, तब जाकर कहीं हमें आजादी मिली।
उन्होंने कहा कि आज इतिहास को झुठलाया जा रहा है। हमारी विरासत गंगा-जमुना संस्कृति को मिटाने की नापाक कोशिश हो रही है। देश का आम नागरिक असुरक्षित और भयभीत महसूस कर रहा है। ऐसे वक्त में कांग्रेस चुप नहीं रह सकती। देश की विरासत को किसी को भी नष्ट करने की इजाजत नहीं देगी। आम जनमानस के लिए, लोकतंत्र की रक्षा के लिए, देश विरोधी, समाज विरोधी साजिशों के खिलाफ हर संभव संघर्ष करेगी, हर कुबार्नी देगी।
इस मौके पर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कांग्रेस स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुये कहा कि कांग्रेस को लोकतंत्र की स्थापना करने वाली पार्टी बताया है और इस धरोहर पर उन्हें गर्व है।
कांग्रेस स्थापना दिवस पर दिल्ली स्थित पार्टी के मुख्यालय में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर सोनिया गांधी व राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, सहित कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद थे। गौरतलब है कि कांग्रेस की स्थापना साल 1885 में 28 दिसंबर को की गई थी।