शब्बीर अहमद,भोपाल। ना खाउंगा ना खाने दूंगा कहने वाले प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी की पार्टी बीजेपी के मध्यप्रदेश के सांसद पर भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप लगा है। कथित अनुशासित पार्टी और सुशासन वाली सरकार के सासंद पर भ्रष्टाचार के आरोप में एफआईआर दर्ज होने के बाद पार्टी क्या एक्शन लेती है इस पर सबकी नजर टिकी हुई है। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या उनकी सासंद की कुर्सी जाएगी या अन्य राजनीतिक पार्टियों की तरह उसे भी अभयदान दे दिया जाएगा?

Read More :: BREAKING: रतलाम भाजपा सांसद गुमान सिंह डामोर और अलीराजपुर कलेक्टर पर FIR दर्ज, कार्यपालन यंत्री रहते हुए अधिकारियों के साथ मिलकर 600 करोड़ रुपए घोटाले को दिया था अंजाम!

हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश राज्य के रतलाम सांसद गुमान सिंह डामोर के बारे में। 600 करोड़ रुपए के घोटाले में नाम आने और जुर्म दर्ज होने के बाद संगठन ने उन्हें इस मामले में तलब किया है। बताया जाता है कि जुर्म दर्ज होने के बाद वे पार्टी के मुखिया बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा को सफाई देने पहुंचे। उनसे भ्रष्टाचार के बारे में जानकारी ली जा रही है। उनकी सफाई के बाद पार्टी द्वारा उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। फिलहाल वे संगठन के सामने अपनी बात रख रहे हैं। जब वे संगठन कार्यालय से बाहर निकले तो मीडियाकर्मियों ने उन्हें घेर लिया। वे बिना जवाब दिए कैमरे से बचते हुए निकल गए।

बता दें कि 600 करोड़ के घोटाले में डामोर पर एफआईआर दर्ज की गई है। डामोर पर है आरोप है झाबुआ अलीराजपुर जिले में कार्यपालन यंत्री रहते हुए करोड़ों का घोटाला किया था। सरकारी नौकरी से इस्तीफा होने के बाद उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की थी। वे वर्ष 2019 में मोदी लहर में रतलाम से सांसद चुने गए थे। पार्टी की मानें तो घोटाला सांसद बनने के पहले का है। इसलिए पार्टी की ओर से सख्त कार्रवाई की उम्मीद कम ही है।

सांसद डामोर ने मीडिया से मांगी माफी
बीजेपी संगठन कार्यालय से बाहर निकलते समय मीडिया कर्मियों से बदसलूकी के बाद सांसद गुमान सिंह डामोर ने माफी मांग ली। उन्होंने कहा कि किसी से मिलने जाना था इसलिए आप लोगों के साथ गलती से धक्का-मुक्की हुई उसके लिए माफी चाहता हूं। उन्होंने मीडिया से कहा कि मैं कभी अलीराजपुर, झाबुआ में पदस्थ नहीं रहा, तो घोटाले का सवाल ही नहीं उठटा है। घोटाला कहा से करूंगा। मेरे खिलाफ कोर्ट में जो जानकारी दी गई है वह गलत है। अभी मैंने पूरे मामले को पढ़ा नहीं है। सिर्फ मुझे नोटिस दिया गया है एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।

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