नई दिल्ली। दवा कंपनी सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज ने मंगलवार को घोषणा की है कि उसकी दवा मोलनुपिरवीर को डीसीजीआई की मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने मंगलवार को कहा कि उसकी सहायक कंपनी को डीसीजीआई से विनिर्माण और विपणन के लिए ईयूए मिला है। भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से मर्क की एंटी-कोविड की गोली मोलनुपिरवीर को मंजूरी दी गई है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि सन फार्मा एक सप्ताह के भीतर भारत में मोल्क्सवीर ब्रांड नाम से मोलनुपिरवीर लॉन्च करेगी।
भारत में नए कोविड-19 मामलों में हो रही बढ़ोतरी के बीच, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन के एक विशेषज्ञ पैनल ने मंगलवार को मर्क की एंटी-वायरल दवा मोलनुपिरवीर को आपातकालीन स्थितियों में प्रतिबंधित उपयोग के लिए मंजूरी दे दी।
इस साल की शुरुआत में, सन फार्मा ने भारत सहित 100 से अधिक निम्न और मध्यम आय वाले देशों (एलएमआईसी) में मोलनुपिरवीर के जेनेरिक वर्जन के निर्माण और आपूर्ति के लिए यूएस-आधारित मर्क के साथ एक नॉन एक्सक्लूसिव वॉल्यूंट्री लाइसेंसिंग समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
मोलनुपिरवीर के नैदानिक आंकड़ों की समीक्षा के आधार पर, 93 प्रतिशत से कम ऑक्सीजन सैचुरेशन वाले और अस्पताल में भर्ती होने या मृत्यु सहित बीमारी के बढ़ने के उच्च जोखिम वाले कोविड-19 के साथ वयस्क रोगियों के इलाज के लिए मोलनुपिरवीर को डीसीजीआई से मंजूरी मिली है।
सन फार्मा में इंडिया बिजनेस के सीईओ कीर्ति गणोरकर ने एक बयान में कहा, “कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए उपलब्ध ओरल उपचारों के पोर्टफोलियो में मोलनुपिरवीर एक महत्वपूर्ण अतिरिक्त है। कोविड-19 उपचार के लिए नई दवाओं तक पहुंच में तेजी लाने के हमारे निरंतर प्रयासों के अनुरूप, हम मरीजों को सस्ती कीमत पर मोल्क्सवीर उपलब्ध कराएंगे।”
गणोरकर ने कहा कि कंपनी पूरे भारत में डॉक्टरों और मरीजों को मोल्क्सवीर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एक टोल-फ्री हेल्पलाइन शुरू करने की प्रक्रिया में है।
उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास उत्पाद को एक सप्ताह के समय में उपलब्ध कराना है।”
यह 800 एमजी की दवा है, जिसे लगातार पांच दिनों तक दिन में दिन में दो बार लेना होता है। मोलनुपिरवीर के उपचार की अवधि अन्य उपचारों की तुलना में बहुत कम है जो एक महत्वपूर्ण लाभ है, क्योंकि यह गोली के बोझ को कम करता है और अनुपालन को बढ़ाता है।
मोलनुपिरवीर एक ओरल एंटी-वायरल है, जो सार्स सीओवी-2 सहित कई आरएनए वायरस की प्रतिकृति को रोकता है। इस दवा का उपयोग विश्व स्तर पर कोविड-19 के उन रोगियों के इलाज के लिए किया जाता है, जो अस्पताल में भर्ती नहीं होते हैं।
मोलनुपिरवीर को मर्क एंड रिजबैक बायोथेरेप्यूटिक्स द्वारा विकसित किया गया है। यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) और यूके मेडिसिन्स एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (एमएचआरए) ने गोली को ईयूए यानी मंजूरी प्रदान की है।