नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में तलाशी अभियान चलाया और द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के एक सदस्य को गिरफ्तार किया।
यह गिरफ्तारी युवाओं को कट्टरपंथी बनाने, आतंकी गतिविधियों के लिए प्रेरित करने और उन्हें आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) में भर्ती करने की साजिश रचने से जुड़े एक मामले में की गई है।
एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार टीआरएफ कार्यकर्ता की पहचान अरसलान फिरोज उर्फ अरसलान अहंगेर के रूप में हुई है। वह श्रीनगर के एमआर गंज का रहने वाला है।
एनआईए पिछले कई दिनों से एक गुप्त सूचना पर काम कर रही थी, जिसके चलते अब फिरोज को गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारी ने कहा कि मामला लश्कर कमांडरों सज्जाद गुल, सलीम रहमानी उर्फ अबू साद और सैफुल्ला साजिद जट्ट द्वारा केंद्र शासित प्रदेश और शेष भारत में हिंसक गतिविधियों को प्रभावित करने के लिए जम्मू-कश्मीर के युवाओं को कट्टरपंथी बनाने, प्रेरित करने और भर्ती करने के लिए रची गई साजिश से जुड़ा है।
एनआईए अधिकारी ने कहा, “अरसलान युवाओं को कट्टरपंथी बना रहा था और उन्हें लश्कर-ए-तैयबा में भर्ती कर रहा था। वह पूरे भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रच रहा था। वह श्रीनगर में सक्रिय था। उसकी गिरफ्तारी से गहरी साजिश का पदार्फाश होगा।”
अधिकारी ने कहा कि टीआरएफ, जो लश्कर-ए-तैयबा का एक प्रमुख सहयोगी है, आतंकवादियों को समर्थन देने के लिए पूर्व निर्धारित लक्ष्यों की टोह लेने, समन्वय और हथियारों के परिवहन के लिए लोगों की भर्ती कर रहा है।
एनआईए अधिकारी ने बताया कि अरसलान अहंगेर की गिरफ्तारी के साथ ही मामले में कुल गिरफ्तारी की संख्या चार हो चुकी है।
एनआईए अधिकारी ने आगे कहा, “बुधवार को हमने छापेमारी की, जिसमें कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण बरामद हुए। इसका इस्तेमाल टीआरएफ के कार्यकर्ताओं के खिलाफ सबूत के तौर पर किया जाएगा।” अधिकारी ने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है।