
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के कारोबारियों पुष्पराज पम्पी जैन, अनूप जैन, महावीर प्रसाद, फैजान मलिक और मलिक मियां के यहां छापों की कार्रवाई कर रही मुंबई आयकर विभाग की टीम ने उनके खिलाफ अनेक सबूत एकत्र किए हैं और वह वित्त वर्ष 2016 से 2021 तक की उनकी बैलेंस शीट की जांच कर रही है.
यह छापामारी अभियान 31 दिसंबर तड़के शुरू किया गया था और इन पांचों इत्र कारोबारियों के यहां अभी भी जारी है. नव वर्प के पहले दिन फैजान मलिक के यहां छापामारी की गई थी और इस दौरान वहां से काफी मात्रा में सोना बरामद किया गया. इस बात की भी पूछताछ की जा रही है कि क्या इस मामले में कर का भुगतान किया गया था या नहीं. इस छापामारी अभियान में आयकर विभाग की टीम की मदद स्थानीय पुलिस कर रही है और फैजान मलिक के घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है.
अधिकारियों ने बताया कि महावीर प्रसाद इस काम में पम्पी जैन का करीबी सहयोगी है और उसका कार्यालय कानपुर में एक्सप्रेस रोड पर है तथा अनूप जैन का कार्यालय आनंद नगर में है और उसकी भी जांच की जा रही है. पम्पी जैन के मकान को भीतर से बंद कर दिया गया है और खिड़कियों को बाहर की तरफ से ढ़क दिया गया है ताकि कोई बाहर से ताका झांकी नहीं कर सके और किसी तरह की रिकॉडिंग नहीं कर सके. कमरों के भीतर भी पुलिस टीम की तैनाती की गई है. आयकर विभाग की टीम ने शनिवार का पम्पी जैन के चार्टर्ड अकाउंटेंट को बुलाकर उससे यह पूछताछ की थी कि पम्पी जैन का कारोबार किन किन लोगों के साथ होता था और उससे मौद्रिक लेन देन के बारे में भी बातचीत की जाएगी.
सूत्रों का दावा है कि इस दौरान एक पैन ड्राइव समेत काफी मात्रा में आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं. इत्र कारोबार से जुड़े एक अन्य कारोबारी मलिक मियां के परिसरों पर भी आयकर विभाग की छापामारी की जा रही है. आयकर विभाग के एक अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि वे इन कारोबारियों की वर्ष 2016 से 2021 तक की बैंलेंस शीट की जांच कर रहे हैं. इसी तरह की एक जांच सूरत में भी जारी है और उसके पूरा होने के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकेगा.