चंडीगढ़। पंजाब में बढ़ते कोरोना मामलों के बीच सरकार ने सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने के आदेश दिए हैं. इसके अलावा राज्य सरकार ने रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लगाया है. शिक्षण संस्थानों में स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और कोचिंग संस्थान शामिल हैं. हालांकि, इन संस्थानों से ऑनलाइन शिक्षण के माध्यम से शैक्षणिक कार्यक्रम को बनाए रखने की उम्मीद है. हालांकि, मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज सामान्य रूप से काम करना जारी रखेंगे.

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प्रमुख सचिव (गृह) अनुराग वर्मा ने एक अधिसूचना में कहा कि सरकारी और निजी कार्यालयों, कार्यस्थलों, कारखानों और उद्योगों में केवल पूर्ण टीकाकरण वाले कर्मचारियों को ही उपस्थित होने की अनुमति होगी. मास्क नहीं पहनने वाले व्यक्तियों को सरकारी या निजी कार्यालयों में कोई सेवा नहीं दी जाएगी.

पूरी तरह से वैक्सीनेटेड कर्मचारियों को ही काम करने की अनुमति

सभी बार, सिनेमा हॉल, मल्टीप्लेक्स, मॉल, रेस्तरां, स्पा, संग्रहालय, चिड़ियाघर को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित करने की अनुमति होगी, बशर्ते सभी कर्मचारियों को पूरी तरह से टीका लगाया गया हो. वातानुकूलित बसें 50 प्रतिशत क्षमता के साथ चलेंगी.

 

पटियाला में 100 से ज्यादा मेडिकल स्टूडेंट्स कोरोना पॉजिटिव

पटियाला के मेडिकल कॉलेज के 100 से ज्यादा स्टूडेंट सोमवार को कोरोना पॉजिटिव पाए गए. छात्रों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद हॉस्टल फौरन खाली करा लिया गया. स्थिति गंभीर देखते हुए सोमवार रात सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने आपातकालीन बैठक बुलाई थी. बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान ही नाइट कर्फ्यू पर फैसला लिया गया. गौरतलब है कि रविवार को पंजाब में 417 कोरोना मरीज मिले थे, जबकि 3 की मौत हो गई थी. 49 मरीज लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखे गए हैं. पंजाब में 1,349 ऐक्टिव केस हैं. कोरोना के चलते राज्य की बिगड़ती हालत पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से रिपोर्ट मांगी थी.