पटना। बिहार में कोरोना अब फिर से पांव पसारने लगा है। बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के बाद सक्रिय मरीजों की संख्या में भी वृद्धि दर्ज की जा रही है। राज्य में पिछले तीन दिनों के अंदर करीब 200 डॉक्टर सहित मेडिकल स्टूडेंट संक्रमित पाए गए हैं।
इस बीच, कोरोना के मामले बढ़ने के मद्देनजर मंगलवार की शाम आपदा प्रबंधन समूह की बैठक होने वाली है, जिसमें पाबंदियों को लेकर निर्णय लिए जाने की संभावना है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकडों के मुताबिक राज्य में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 1385 हो गई है। राज्य में सोमवार को भी 344 लोग कोविड 19 से संक्रमित पाए गए। राज्य में पिछले तीन दिनों में करीब 200 डॉक्टर सहित मेडिकल स्टूडेंट संक्रमित पाए गए हैंे।
पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) के सोमवार को भी 72 डॉक्टर और मेडिकल स्टूडेंट कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार को 153 सीनियर और जूनियर डॉक्टरों और एमबीबीएस छात्र-छात्राओं की आरटीपीसीआर जांच कराई गई थी, जिसमें 72 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
उन्होंने बताया कि पिछले तीन दिनों में संस्थान के 168 डॉक्टर और मेडिकल छात्र कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। उल्लेखनीय है कि एनएमसीएच में रविवार की जांच में 84 डॉक्टर संक्रमित पाए गए थे जबकि उसके एक दिन पहले यानी शनिवार की जांच में 12 डॉक्टरों को संक्रमित पाया गया था।
इधर, आंकडों के मुताबिक, पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) और पटना एम्स में में भी सोमवार की जांच में चार-चार डॉक्टरों को कोरोना पॉजिटव पाया गया है। इस तरह देखा जाए तो पीएमसीएच में अब तक आठ, एम्स में छह तथा इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) संस्थान में 12 डॉक्टर व स्वासथकर्मी पॉजिटिव पाए गए हैं।
इस बीच बिहार में मंगलवार की शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन समूह की बैठक होने वाली है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि बैठक में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर राज्य में कुछ पाबंदियां लगाई जा सकती हैं।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को राज्य में 344 नए कोरोना संक्रमित पाए गए थै, जिसमें पटना में सर्वाधिक 160 कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई थी।