संदीप शर्मा, विदिशा। मध्यप्रदेश में अन्नदाताओं की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। बेमौसम बारिश के बाद नहर फूटने के साथ ही किसानों की किस्मत भी फूट गई है। शमशाबाद संजय सागर बांध की मुख्य नहर ग्राम गोरिया खेड़ा के पास फूटने से पानी किसानों के खेतों में भर गया, जिससे खड़ी फसल खराब हो गई। किसानों को भारी नुकसान हुआ है। इसी तरह शहदोल जिले में धान खरीदी केंद्र में अव्यवस्था और अधिकारी-कर्मचारियों की मनमानी के खिलाफ किसानों ने रीवा-शहडोल स्टेट हाइवे पर जाम लगाकर अपना विरोध जताया। किसानों ने लगभग एक घंटे तक सड़क पर जाम लगाकर जमकर विरोध जताया।

जानकारी के अनुसार नगर फूटने की जानकारी मिलते ही युवा कांग्रेस ने पूर्व महासचिव शिवेन्द्र सिंह अपने समर्थकों के साथ ग्राम गोरिया खेड़ा पहुंचकर नहर में सांकेतिक जल सत्याग्रह किया। उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर सिंचाई विभाग के आला अधिकारियों पर ठेकेदार से मिलीभगत कर घटिया मरम्मत कार्य का आरोप लगाया है। उन्होंने जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए अन्यथा की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी भी दी है।

बता दें कि कुछ दिनों पहले विभाग द्वारा लाखों रुपये खर्च करके नहर का मरम्मत कराया गया। इसके बाद अब नहर फूट गई जिससे घटिया मरम्मत की पोल खुली है। मामले में सिंचाई विभाग के एसडीओ प्रकाश सिंह ने जल्द ही नहर की मरम्मत कराने की बात कही है। दरसल संजय सागर बांध की ग्राम गौरिया खेड़ा पर मुख्य नहर फुट गई है जिससे नहर का पानी किसानों के खेत में भराकर फसल खराब हो गई। जिससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है। नटेरन शमशाबाद तहसील के किसानों को पानी के लिए कुछ दिन और इंतजार करना पड़ेगा।

अजयारविन्द नामदेव, शहडोल। जिले के चचाई देवलोंद धान खरीदी केंद्र के समिति प्रबंधक व सेल्समैन के तानाशाही रवैए व दुव्र्यवहार से नाराज किसान न सिर्फ बिफर पड़े बल्कि स्टेट हाइवे रीवा शहडोल मुख्य मार्ग चचाई चौराहे पर धान लदा ट्रैक्टर खड़ा करके जाम लगा दिया। सड़क पर आड़े-तिरछे खड़े वाहनों से रीवा शहडोल संपर्क मार्ग पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। किसानों ने धान की खरीदारी की मांग को लेकर नारेबाजी भी की। किसानों का आरोप है कि सेल्समैंन व समिति प्रबंधक धान बेचने आए किसानों से दुव्र्यवहार करते है। सही समय पर उनकी धान नहीं ली जाती।

धान तौलाई में भी गड़बड़ी की जाती है। किसानों की सबसे बड़ी समस्या की उन्हें बारदाना नहीं दिया जा रहा। कुछ लाभ पहुंचाने वाले व्यापरियों की धान समय पर खरीदी करते है। जिससे दूर दराज से धान बेचने आए किसानों को रात गुजारनी पड़ती है। जबकि कई ऐसे किसान है जो किराए के वाहनों में धान लेकर आते है। जिससे उन्हें आर्थिक चपत भी लग रही है। धान खरीदी केंद्र में अव्यवस्थाओं से नाराज किसान आज सड़क पर उतरकर जमकर हंगामा किया।

ऐसा ही दो दिन पहले जिले के जनपद जयसिंहनगर अंतर्गत धान उपार्जन केंद्र रमसोहरा में प्रबंधक पर लापरवाही का आरोप लगा था। नाराज किसानों ने मुख्य गेट में हंगामा किया था।

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