शिवम मिश्रा, रायपुर। पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासत गरमा गई है. मुख्यमंत्री भूपेश के भाजपा पर आरोप लगाए जाने के बाद अब भाजपा के पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने वाकये के लिए पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए छत्तीसगढ़ सरकार को पहले अपने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को ठीक करने की बात कही.

पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि पिछले 24 घंटे से पूरे देश में अंतरराष्ट्रीय विषय पर चर्चा चल रही है. सभी को जानकारी है, प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था के साथ किनकी क्या जिम्मेदारी है. प्रधानमंत्री सुरक्षा की टीम लोकल प्रशासन से कॉर्डिशन करती है. सभी के कॉर्डिनेशन के बाद लोकल पुलिस सहमति देती है, कि आप बाय रोड जा सकते है. प्रधानमंत्री के दौरे में प्रोटोकॉल नियमों का पालन नहीं हुआ है.

मूणत ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं मैं कोविड के कारण नहीं जा पाऊंगा. प्रधानमंत्री के प्रोटोकॉल में राज्य के डीजीपी और मुख्य सचिव उपस्थित होते हैं, लेकिन वहाँ कोई मौजूद ही नहीं था. पंजाब सरकार की पूरी सोची-समझी साजिश है. वहां की लोकल पुलिस आंदोलनकरियों के साथ हंसी-मजाक करते नजर आती है.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पंजाब के विषय पर प्रेसवार्ता ले रहे है. हम उन्हें कहना चाहेंगे, पहले अपना घर संभाल ले. छत्तीसगढ़ में हालात क्या है. उसकी जानकारी ली जाए. पंजाब में क्या हुआ, इस बात को भूपेश बघेल कैसे कह रहे हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री ने खुद चूक को स्वीकार किया है, और एसपी को बर्खास्त किया है.

पूर्व मंत्री ने कहा कि भूपेश बघेल ने कहा कि पंजाब की घटना भाजपा की स्क्रिप्ट है. आपको बताना चाहूंगा मुख्यमंत्री जी की यहाँ की जनता आपको भूली नहीं है. झीरम घटना पर कहा कि हमारे पास दस्तावेज है, लेकिन आज तीन साल बीत गए. भूपेश बघेल सिर्फ राजनीति करना चाहती है. झीरम घाटी में शहीद नेता पार्टी के बाद में होंगे. पहले हमारे परिवार के हमारे मित्र थे.

राजेश मूणत ने कहा कि भाजपा मुख्यमंत्री से पूछना चाहती है. तीन साल बीत गए आज तक वो दस्तावेज कहा है. दाल में कुछ तो काला लग रहा है. कांग्रेस और मुख्यमंत्री भूपेश उनके खिलाफ जैसे शब्दों का प्रयोग कर रही है. यह गलत है. छ्त्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ड्रामा अच्छा करते है. नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी लेकर असम गए थे. निपट कर आ गए. अब उत्तरप्रदेश में भी निपट कर आ जाएंगे.