लक्ष्मीकांत बंसोड़, बालोद। कोरोना के एक बार फिर बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सहित बालोद जिले में जिला प्रशासन ने धारा 144 लागू कर लोगों के एकत्रित होने पर बंदिश लगाई है. इसके बावजूद दल्लीराजहरा माइंस क्षेत्र में विभिन्न श्रमिक संगठन अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं, जिसमें कोरोना गाइडलाइंस को पूरी तरह से दरकिनार कर दिया गया है.
देश के अन्य प्रदेशों की तरह छत्तीसगढ़ में भी कोरोना की तीसरी लहर आ गई है, वहीं कोरोना के नए वैरियंट ओमिक्रॉन का भी मामला प्रदेश में सामने आ चुका है. ऐसे में स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने धारा 144 लागू कर विवाह और अंत्योष्टि कार्यक्रम को छोड़ अन्य किसी भी प्रकार के जन समुदाय एकत्रित होने वाले आयोजनों पर प्रतिबंध लगाया गया है. लेकिन जिला प्रशासन अपने ही आदेश का ठीक के परिपालन नहीं करा पा रहा है.
शासन-प्रशासन के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए धारा 144 का खुला उल्लंघन कर दल्लीराजहरा माइंस क्षेत्र में विभिन्न संगठन अपनी मांगों को धरना दे रहे हैं. ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि क्या प्रशासन धारा 144 लगा अपना धर्म निभा रहे या उनका पालन भी सख्ती से कराया जाएगा. सवाल आम लोगों पर भी खड़ा होता क्या प्रशासन की सख्ती के बाद ही नियम का पालन करेंगे, स्वयं की कोई जिम्मेदारी नहीं. आखिर कब तक लोग कोरोना जैसे वैश्विक महामारी में स्वयं के साथ-साथ औरों की जान जोखिम में डालते रहेंगे.