नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कहा कि आरोपी अनिल दुजाना और उसके दो सहयोगियों सचिन गुर्जर और राकम सिंह को राष्ट्रीय राजधानी से कई हत्या के मामलों में गिरफ्तार किया गया है. ये तीनों लंबे समय से फरार चल रहे थे और पुलिस को इनकी तलाश थी. इनके पास से 3 पिस्तौल, 15 जिंदा कारतूस और एक कार बरामद की गई है. संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध शाखा) धीरज कुमार ने कहा कि दुजाना 50 से अधिक हत्या के मामलों में शामिल था. उसके सिर पर 50,000 रुपये और 25,000 रुपये का इनाम था, जिसकी घोषणा नोएडा और बुलंदशहर पुलिस ने की थी. उन्होंने कहा कि दुजाना और उसके सहयोगी मंडावली इलाके में बदला लेने की योजना बना रहे थे, जब उन्हें पुलिस ने पकड़ लिया.

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क्राइम ब्रांच के डीसीपी मनोज सी ने बताया कि इंस्पेक्टर अरुण सिंधु को मंडावली इलाके में उनकी मौजूदगी की सूचना मिली थी. पुलिस की टीम गठित की गई, जिन्होंने गुर्जर को कार में संदिग्ध तरीके से मौजूद पाया. तलाशी लेने पर पुलिस ने उसके पास से एक पिस्टल और 6 जिंदा कारतूस बरामद किया. पूछताछ के दौरान गुज्जर टूट गया और उसने पुलिस को बताया कि वह दुजाना और राकम सिंह के साथ मिलकर हत्या की योजना बना रहा था. गुर्जर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दुजाना और राकम सिंह को गिरफ्तार कर लिया और 9 जिंदा कारतूस के साथ पिस्तौल बरामद किया. आरोपी के खिलाफ नया मामला दर्ज किया गया है.

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नोएडा और बुलंदशहर पुलिस को भी दी गई गिरफ्तारी की सूचना

आरोपी अनिल दुजाना अपने 24 साथियों के साथ दिल्ली-एनसीआर में गैंग चला रहा था. उसे जनवरी 2021 में जमानत पर रिहा कर दिया गया था, लेकिन वह उसके बाद अदालती कार्यवाही में शामिल नहीं हुआ और उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया.
गिरफ्तारियों की सूचना नोएडा और बुलंदशहर पुलिस को दे दी गई है.