संजय विश्वकर्मा,उमरिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघ के शिकार का मामला सामने आया है. इस मामले में वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (WCCB) जबलपुर, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व और कटनी वन विभाग की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. बाघ के नाखून और केनाइन दांत के साथ 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जो कि कथित पत्रकार और कांग्रेस नेता बताए जा रहे हैं. मामले में 2 लोग फरार बताए जा रहे हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए टीम रवाना हुई है.

वन विभाग ने जिन आरोपियों को पकड़ा है कि उसमें कटनी जिले के छिंदिया टोला बरही निवासी तुकाराम विश्वकर्मा और सिघनपुरा विजयराघवगढ़ के राजेश पाठक के साथ उमरिया जिले के इंदवार निवासी नकुल सोनी और भरेवा निवासी संतोष कोल शामिल हैं. बाघ शिकार मामले में पकड़े गए चार आरोपियों में से एक आरोपी तुलाराम विश्वकर्मा कथित पत्रकार और कांग्रेस पिछड़ा वर्ग का अध्यक्ष बताया जा रहा है.

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पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियन 1972 के अंतर्गत 9, 39, 52 के तहत प्राथमिक वन अपराध दर्ज किया है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. फिलहाल पुलिस और वन विभाग मामले की जांच में जुट गई है. बता दें कि इससे पहले बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया के वन परिक्षेत्र मानपुर बफर जोन के मझौली बीट में एक नर बाघ शावक की आपसी द्वंद के चलते मौत हो गई थी.

पिछले एक-दो दिन पूर्व बाघों के आपसी द्वंद की आवाज सुनने पर स्थानीय कर्मचारियों ने वन क्षेत्रों की सर्चिंग कर रहे थे. 8 जनवरी की भी नर बाघ शावक का मृत अवस्था में मिला था. एनटीसीए की गाइडलाइन के अनुसार क्षेत्र की घेराबंदी कर सक्षम अधिकारियों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कर बाघ का अंतिम संस्कार किया गया था.

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