कुमार इंदर,जबलपुर। मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड में चल रही मनमानी के विरोध में पावर मैनेजमेंट के सभी इंजीनियर आज सामूहिक अवकाश पर है. यही नहीं मध्य प्रदेश विद्युत मंडल अभियंता संघ ने यह ऐलान कहकर हड़कंप मचा दिया है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं की, तो आने वाले समय में सामूहिक हड़ताल पर चले जाएंगे. यानी साफ है कि यदि समय रहते इनकी मांगों पर सुनवाई नहीं की जाती है, तो मध्यप्रदेश आने वाले समय में अंधेरे में चला जाएगा.
फर्जी नियुक्ति रद्द करने की मांग
दरअसल पावर मैनेजमेंट कंपनी के इंजीनियरों ने यह मांग की है कि विभाग द्वारा फर्जी नियुक्ति की गई है, उसे जल्द से जल्द रद्द किया जाए. इंजीनियरों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाता है, तो वह आने वाली 17 जनवरी से 21 जनवरी तक यानी की 5 दिन तक सामूहिक अवकाश पर चले जाएंगे. जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी.
क्या रोल है पावर मैनेजमेंट का ?
बता दें कि विद्युत विभाग में पावर मैनेजमेंट का बहुत ही अहम रोल है. पावर मैनेजमेंट के अधिकारी रोज यह तय करते हैं कि अगले दिन कहां और कितनी बिजली खपत होगी, उस हिसाब से ही विभाग फिर अलग-अलग कंपनियों से बिजली खरीद कर आपूर्ति करता है. इसलिए इनकी मांग अहम है.
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरेंEnglish में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक